धनबादः कोयलांचल में जमकर बारिश हो रही है. इस बारिश से एक ओर लोगों को गर्मी से निजात मिली है तो वहीं दूसरी ओर लोगों के लिए परेशानी भी खड़ी हो गई है. जिले के निरसा के एग्यारकुण्ड प्रखंड अंतर्गत कुमारधुबी में गुरुवार की रात से हो रही लगातार बारिश से झिलिया नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है.
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गुरुवार की रात 12 बजे से 2 के बीच सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है और लगातार यह बढ़ता जा रहा है. सैकड़ों परिवार अपने घरों से निकलकर स्कूल मंदिर व अन्य जगहों पर शरण लिए हुए हैं.
झिलिया का यह विकराल रूप 2018 में आई बाढ़ की याद दिला रहा है. उस समय भी सैकड़ों घरों में पानी घुस गया था और लाखों रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ था.
लोगों ने बताया कि रात करीब 12 बजे से पानी घरों में घुसना शुरू हो गया और देखते ही देखते पूरा घर को अपने आगोश में ले लिया. सुरक्षा को देखते हुए पूरे क्षेत्र की बिजली शुकवार की सुबह 7 बजे से बंद कर दी है.
आवागमन भी कुछ देर के लिए बाधित
शंकर टॉकीज के समीप पुल से सटकर पानी बह रहा है. ओवरब्रिज की मिट्टी खिसक जाने से सपोर्ट में लगाया गया लोहे का पाइप भरभरा कर गिर गया, जिसके कारण आवागमन भी कुछ देर के लिए बाधित हो गया.
बता दें कि पिछले 4 दिनों से लगातार बाढ़ आने के अंदेशा को जताते हुए ईटीवी भारत ने खबरों को प्रमुखता से चलाया था परंतु इसे किसी ने इसी गंभीरता से नहीं लिया.
जिसके कारण आज सैकड़ों घरों के परिवार सड़क पर आ गए हैं. प्रशासन द्वारा इस संबंध में ना तो शुरुआत में कुछ कदम उठाया गए और ना ही अभी भी कुछ कर रहा है. इसे लेकर स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है
कापसारा में भी बाढ़ जैसे हालात
जिले के कापासारा में भी भारी बारिश ने काफी नुकसान पहुंचाया है. कोलियरी चोपड़ा कॉलोनी के के घरों में पानी घुस गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कापासरा कोलियरी की मनमानी के कारण बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है.
कोलियरी प्रबंधन द्वारा ओबी डंप नाला में गिराकर बन्द कर दिया गया. आज इस स्थिति का जिम्मेदार प्रबंधन है. साल 2018 में भी यह स्थिति हुई थी लेकिन प्रबंधन के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया.
लोगों ने कहा कि जनप्रतिनिधि अपने मोबाइल आज बंद कर कर सो गए हैं. पानी जब खत्म हो जाएगा तब वह पहुंचेंगे. यहां गरीबों को देखने वाला कोई नहीं है.
वहीं ग्यारहकुंड की अंचल अधिकारी अमृता कुमारी ने कहा कि लोगों को पानी से सुरक्षित रखने के उपाय किए जा रहे हैं. जल्द ही राहत कार्य शुरू करने की बात अधिकारी ने कही है.