दुमका: जिले के जरमुंडी प्रखंड के बनवारा गांव के लगभग दो दर्जन महिलाएं पिछले कई महीनों से परेशान है. दरअसल जननी सुरक्षा योजना के तहत इन्हें प्रसव के तुरंत बाद 1400 रुपए मिलने थे. जिससे यह पौष्टिक आहार और अन्य जरूरत के सामान खरीद सकें. इस रुपये को पाने के लिए यह पिछले कई महीनों से जरमुंडी स्वास्थ्य केंद्र का चक्कर लगा रही हैं. सरकारी कर्मचारी यह कह कर टाल देते हैं कि आप जाइए आपका पैसा आपके बैंक खाते में पहुंच जाएगा लेकिन ऐसा होता नहीं है.
वहीं, इन लोगों के बच्चे भी अब एक से डेढ़ साल के हो गए हैं लेकिन जो पैसा प्रसव के तुरंत बाद मिलना चाहिए था वह आज तक नहीं मिला है. इन महिलाओं का कहना है कि आखिरकार कितना बार और दौड़े, थक चुके हैं.
गांव की स्वास्थ्य सहिया भी है परेशान
बनवारा गांव की स्वास्थ्य सहिया जिसने महिलाओं को ले जाकर प्रसव करवाया था वह भी परेशान हैं. उनका कहना है कि समय पर आधार कार्ड और बैंक खाता का नंबर भी जमा किया लेकिन पैसा नहीं मिल रहा है. अब तो एक ग्रामीण भी उस पर आरोप लगाते हैं कि पैसा हड़प ली है लेकिन पैसा तो मिला ही नहीं है. विभाग से जो 300 रुपये प्रोत्साहन राशि मिलना था वह अब तक नहीं दिया है.
महिलाओं को किया जा रहा परेशान
इस संबंध में स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि कहते हैं कि इन महिलाओं को काफी परेशान किया जा रहा है. अस्पताल का चक्कर काट काटकर थक चुकी है पर विभाग के कर्मियों की लापरवाही से इन्हें रुपये नहीं मिल रहे हैं.
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उच्च स्तरीय की जाएगी जांच
इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेश कुमार ने कहा कि जिन महिलाओं का बैंक खाता नंबर और आधार नंबर नहीं आता है उसका ही पेमेंट रुकता है. वह कहते हैं निश्चित रूप से लोगों ने अपेक्षित कागजात जमा नहीं किए होंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय जांच टीम बनाकर इसकी जांच की जाएगी और उन तक यह प्रोत्साहन राशि पहुंच जाएगी.