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दुमका में लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध, चार वर्षों में दबोचे गए 55 आरोपी

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Published : Dec 19, 2020, 5:52 PM IST

Updated : Dec 19, 2020, 6:03 PM IST

दुमका जिले में साइबर अपराध की संख्या लगातार बढ़ रही है. पिछले 4 वर्षों में 80 मामले थानों में दर्ज किए गए हैं. साथ ही 55 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.

साइबर अपराध
साइबर अपराध

दुमकाः झारखंड का संथाल परगना प्रमंडल साइबर अपराधियों का गढ़ बन चुका है. जामताड़ा, देवघर के बाद दुमका में भी साइबर अपराध की संख्या लगातार बढ़ रही है. पिछले 4 वर्षों की अगर हम बात करें तो साइबर अपराध के 80 मामले थानों में दर्ज किए गए हैं.

दुमका में बढ़ रहे साइबर अपराध.

इसमें 55 साइबर क्राइम के 55 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. सबसे बड़ी बात यह है कि पुलिस ने साइबर अपराध के मामले में 10 लोगों को सजा भी दिलवाई है.

लगभग छह लाख रुपये, 70 स्मार्ट फोन 100 से ज्यादा सिम कार्ड भी जब्त किए गए हैं. अगर हम पिछले चार साल के आंकड़ों पर गौर करें तो साइबर अपराध के दर्ज मामलों की संख्या इस प्रकार है.

  • 2017 - 16 केस
  • 2018 - 18 केस
  • 2019 - 13 केस
  • 2020 - 33 (अब तक)

नहीं खुल पाया साइबर थाना

जामताड़ा और देवघर में कई वर्ष पहले साइबर थाने खुल चुके हैं और साइबर अपराध के मामले उसी थाना में दर्ज किए जाते हैं, लेकिन यह थाना दुमका में भी खोलने थे , इसके लिए महीनों पहले पुलिस मुख्यालय को प्रस्ताव भी भेजा गया लेकिन आज तक इस प्रस्ताव पर मुहर नहीं लगी और साइबर थाना नहीं खुल पाया.

स्थानीय लोग कर रहे हैं मांग

दुमका में साइबर अपराध की संख्या लगातार बढ़ने से स्थानीय लोग चिंतित है. उनका कहना है कि कम पढ़े लिखे की बात छोड़िए पढ़े लिखे और जागरूक लोगों के मोबाइल में भी साइबर अपराधियों के फोन और मैसेज आते हैं.

वह भी उनके झांसे में आ जाते हैं. लोगों का कहना है कि सरकार दुमका में साइबर थाना खोले ताकि ऐसे मामलों का अनुसंधान सही ढंग से हो सके.

साइबर क्रिमिनल पर नकेल कसा जा सके. साथ ही साथ लोगों का कहना है कि सरकार के स्तर पर साइबर क्राइम को लेकर आम जनता को जागरुक भी करने की आवश्यकता है..

क्या कहते हैं जिले के एसपी

इस संबंध में हमने दुमका एसपी अम्बर लकड़ा से बात की. एसपी ने जानकारी दी कि हमने साइबर थाना खोलने का प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय को भेज रखा है.

उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि जल्द इस पर मुहर लगेगी. साथ ही साथ उन्होंने यह भी बताया कि अभी जो साइबर अपराध के मामले आते हैं वह आम थाना थानों में ही दर्ज किए जाते हैं और वही से इसका अनुसंधान किया जाता है.. बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में संथाल परगना के जामताड़ा, देवघर , दुमका जैसे जिलों में साइबर अपराधियों ने तांडव मचा रखा है. लोगों का जीना मुश्किल हो गया है.

वे नए-नए तरीके ईजाद कर लोगों को ठगने का काम करते हैं. ऐसे में जरूरी है कि दुमका में भी साइबर थाना खुले और ताकि इस अपराध पर लगाम लगाई जा सके.

दुमकाः झारखंड का संथाल परगना प्रमंडल साइबर अपराधियों का गढ़ बन चुका है. जामताड़ा, देवघर के बाद दुमका में भी साइबर अपराध की संख्या लगातार बढ़ रही है. पिछले 4 वर्षों की अगर हम बात करें तो साइबर अपराध के 80 मामले थानों में दर्ज किए गए हैं.

दुमका में बढ़ रहे साइबर अपराध.

इसमें 55 साइबर क्राइम के 55 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. सबसे बड़ी बात यह है कि पुलिस ने साइबर अपराध के मामले में 10 लोगों को सजा भी दिलवाई है.

लगभग छह लाख रुपये, 70 स्मार्ट फोन 100 से ज्यादा सिम कार्ड भी जब्त किए गए हैं. अगर हम पिछले चार साल के आंकड़ों पर गौर करें तो साइबर अपराध के दर्ज मामलों की संख्या इस प्रकार है.

  • 2017 - 16 केस
  • 2018 - 18 केस
  • 2019 - 13 केस
  • 2020 - 33 (अब तक)

नहीं खुल पाया साइबर थाना

जामताड़ा और देवघर में कई वर्ष पहले साइबर थाने खुल चुके हैं और साइबर अपराध के मामले उसी थाना में दर्ज किए जाते हैं, लेकिन यह थाना दुमका में भी खोलने थे , इसके लिए महीनों पहले पुलिस मुख्यालय को प्रस्ताव भी भेजा गया लेकिन आज तक इस प्रस्ताव पर मुहर नहीं लगी और साइबर थाना नहीं खुल पाया.

स्थानीय लोग कर रहे हैं मांग

दुमका में साइबर अपराध की संख्या लगातार बढ़ने से स्थानीय लोग चिंतित है. उनका कहना है कि कम पढ़े लिखे की बात छोड़िए पढ़े लिखे और जागरूक लोगों के मोबाइल में भी साइबर अपराधियों के फोन और मैसेज आते हैं.

वह भी उनके झांसे में आ जाते हैं. लोगों का कहना है कि सरकार दुमका में साइबर थाना खोले ताकि ऐसे मामलों का अनुसंधान सही ढंग से हो सके.

साइबर क्रिमिनल पर नकेल कसा जा सके. साथ ही साथ लोगों का कहना है कि सरकार के स्तर पर साइबर क्राइम को लेकर आम जनता को जागरुक भी करने की आवश्यकता है..

क्या कहते हैं जिले के एसपी

इस संबंध में हमने दुमका एसपी अम्बर लकड़ा से बात की. एसपी ने जानकारी दी कि हमने साइबर थाना खोलने का प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय को भेज रखा है.

उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि जल्द इस पर मुहर लगेगी. साथ ही साथ उन्होंने यह भी बताया कि अभी जो साइबर अपराध के मामले आते हैं वह आम थाना थानों में ही दर्ज किए जाते हैं और वही से इसका अनुसंधान किया जाता है.. बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में संथाल परगना के जामताड़ा, देवघर , दुमका जैसे जिलों में साइबर अपराधियों ने तांडव मचा रखा है. लोगों का जीना मुश्किल हो गया है.

वे नए-नए तरीके ईजाद कर लोगों को ठगने का काम करते हैं. ऐसे में जरूरी है कि दुमका में भी साइबर थाना खुले और ताकि इस अपराध पर लगाम लगाई जा सके.

Last Updated : Dec 19, 2020, 6:03 PM IST
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