दुमका: जिले में लॉकडाउन की गतिविधियां शुरू होने के साथ दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल को कोविड-19 के लिए चिन्हित कर दिया गया था. जबकि अन्य रोगों के मरीजों के लिए पुराना सदर अस्पताल चालू कर दिया गया था. अब उपायुक्त ने पुराने सदर अस्पताल को कोविड-19 के लिए कर दिया है. बार-बार निर्णय बदलने से वहां के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
क्या है मामला
दरअसल कोरोना संक्रमण के मद्देनजर दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल को कोविड-19 के लिए चिन्हित किया गया था और अन्य रोगों के मरीजों के लिए पुराना सदर अस्पताल चालू कर किया गया था. अचानक से फिर जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन समिति की एक बैठक कर यह निर्णय लिया कि आम मरीजों का इलाज फिर से डीएमसीएच में ही किया जाएगा. जबकि कोविड-19 का इलाज पुराने सदर अस्पताल में होगा. बार-बार निर्णय बदलने से अन्य रोगों के मरीजों को अव्यवस्था की परेशानी झेलनी पड़ रही है.
ये भी पढ़ें- झारखंड में गुरुवार को 11 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले, पूरे राज्य में कुल संख्या हुई 469
शीघ्रता से सारी व्यवस्थाएं कराए उपलब्ध
पूरे जिले के मरीज काफी उम्मीद से जिला मुख्यालय के अस्पताल आते हैं. लेकिन अव्यवस्था रहने से इन्हें काफी तकलीफ होती है. बार-बार अस्पताल के बदलाव के निर्णय से स्वास्थ्य व्यवस्था को स्थायित्व नहीं मिल पा रहा है. मरीजों को काफी परेशान झेलनी पड़ रही है. स्थानीय लोगों ने कहा कि जिला प्रशासन जो भी निर्णय ले, वह ठोस ले और उसी अनुसार शीघ्रता से सारी व्यवस्थाएं करे.
आम मरीजों को नहीं कर सकते नजरअंदाज
बातचीत के दौरान उपायुक्त ने बताया कि पुराने सदर अस्पताल में डीएमसीएच का कोविड-19 अस्पताल शिफ्ट होने वाला है. इसके लिए सारी व्यवस्था को वो खुद मॉनिटरिंग कर रही हैं. साथ ही साथ इसके लिए लगातार बैठकें कर रही हैं. उन्होंने कहा कि इस दो महीने में आम मरीजों को परेशानी हुई है. लेकिन जल्द ही आम मरीजों के लिए डीएमसीएच को फिर से खोल दिया जाएगा.