दुमकाः उपराजधानी दुमका के भोड़ाबाद पंचायत में बसगोहरी गांव में लोग पानी के संकट से जूझ रहे हैं. उनको जैसे-तैसे कुएं और डोभा के पानी के सहारे गुजारा करना पड़ रहा है. बसगहरी गांव में पीने के पानी का ही संकट नहीं है, इस गांव के लिए आने-जाने की भी ठीक व्यवस्था नहीं की गई है.
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बता दें कि बसगोहरी के ग्रामीण आजादी के 75 वर्षों बाद भी सड़क तथा स्वच्छ पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. जरमुण्डी प्रखंड के भोड़ाबाद पंचायत का बसगोहरी गांव चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा है. बसगोहरी गांव पहुंचने के लिए कोई सड़क नहीं है. पगडंडियों के सहारे एक किलोमीटर चलकर ग्रामीण मुख्य सड़क तक पहुंचते हैं और तो और ग्रमीणों को स्वच्छ पेयजल तक नसीब नहीं है.
ग्रामीण दिनेश्वर मरांडी ने बताया कि गांव में स्थित एक मात्र कुएं के पानी से ग्रामीण अपनी प्यास बुझाते हैं. भीषण गर्मियों में जब कुआं सूख जाता है तो पीने के पानी के लिए उन्हें काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है. इस गांव में आज तक चापानल नहीं लग पाया है. ग्रामीण बताते हैं कि सड़क पानी जैसी समस्याओं को लेकर जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक से गुहार लगाई परंतु उनकी समस्याओं पर किसी ने ध्यान नहीं दिया.