धनबादः जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार द्वारा 2 अप्रैल 2021 से अन्य राज्यों से बसों द्वारा आने वाले धनबाद के यात्रियों का शत-प्रतिशत करोना जांच कराने का निर्णय लिया गया है.यह जांच धनबाद जिला के बस पड़ाव स्थल-बरटांड में कराई जाएगी. सभी बस संचालकों को धनबाद जिले में आने वाले बसों को चिन्हित बस पड़ाव स्थल पर ही रोकना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है.
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इस संबंध में उपायुक्त सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन ने बताया कि विगत दिनों में धनबाद जिला अंतर्गत कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
संक्रमण के प्रभाव को रोकने के लिए सघन जांच कराते हुए संक्रमित मरीजों को अविलंब उचित स्वास्थ्य उपचार उपलब्ध कराया जाना आवश्यक है. कोरोना के उचित प्रबंधन के संदर्भ में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार द्वारा जिला अंतर्गत सघन जांच धनबाद रेलवे स्टेशन पर 4 मार्च से की जा रही है.
साथ ही ऐसे सभी संवेदनशील स्थलों को चिन्हित करते हुए जांच कराने की योजना पर कार्य कर रही है.
धनबाद जिले में अन्य राज्यों विशेषकर पश्चिम बंगाल एवं बिहार इत्यादि से यात्री बसों के माध्यम से यात्रा करते हैं. साथ ही अन्य कई बसें जो कि एक राज्य से दूसरे राज्य जाती है, उन बसों के द्वारा भी कई यात्री जो कि धनबाद के निवासी हैं वह आवागमन करते हैं.
शत प्रतिशत कोरोना जांच कराने का निर्णय
कोरोना महामारी के फैलाव को देखते हुए यह आवश्यक है कि बसों द्वारा धनबाद आवागमन करने वाले जिले के यात्रियों की कोरोना जांच कराई जाए. उन्होंने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार धनबाद द्वारा 2 अप्रैल से अन्य राज्यों से बसों के माध्यम से आने वाले धनबाद के यात्रियों की शत प्रतिशत कोरोना जांच कराने का निर्णय लिया गया है.
उक्त जांच धनबाद जिले के बस पड़ाव स्थल बरटांड में कराई जाएगी. इस संबंध में सभी बस संचालकों को धनबाद जिले में आने वाले बसों को सिर्फ चिन्हित बस पड़ाव स्थल बरटांड पर ही रोकने का निर्देश दिया गया है.
उपायुक्त ने बताया कि यात्रियों की नियमित जांच सुनिश्चित करने के लिए एमओआईसी, दंडाधिकारी एवं इंसिडेंट कमांडर को जिम्मेदारी दी गई है.
यात्रियों की सुविधा हेतु पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मियों, एंबुलेंस, चिकित्सा कर्मी एवं चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की गई है. साथ ही चयनित स्थलों पर पेयजल की व्यवस्था, सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए बैठने की व्यवस्था एवं नियमित रूप से सेनेटाइजेशन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है.