धनबाद: प्राइवेट स्कूलों को मान्यता देने से संबंधित कार्यशाला का आयोजन रविवार को किया गया. कार्यशाला के दौरान प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों ने जमकर हंगामा किया. अभिभावक संघ को कार्यशाला में सम्मिलित किए जाने पर शिक्षकों ने कड़ी आपत्ति जताई है. इस कार्यशाला का आयोजन डीएसई की मौजूदगी में धनबाद पब्लिक स्कूल में किया गया.
फिर शिक्षक करने लगे हंगामा
करीब एक घंटे तक कार्यशाला शांतिपूर्वक चली. इसके बाद झारखंड अभिभावक महासंघ के महासचिव मनोज मिश्रा को संबोधन के लिए आमंत्रित किया गया. जैसे ही उन्होंने अपना संबोधन आरंभ किया, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारी और सदस्य हंगामा करने लगे. काफी देर तक हंगामे का दौर चला. बाद में डीएसई के समझाने बुझाने के बाद मामला शांत हुआ.
अभिभावक संघ पर उठे सवाल
झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के सचिव इरफान खान ने अभिभावक संघ पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह एक ऐसा संघ है, जिस पर सदर थाने में साल 2018 में 354 का मामला दर्ज है. यह मामला चाइल्ड वेलफेयर कमेटी द्वारा दर्ज कराया गया था. बाल कल्याण समिति की महिला सदस्यों के साथ अभद्र व्यवहार करने, बच्चों की काउंसलिंग और महत्वपूर्ण सरकारी कार्यों में बाधा डालने का आरोप संघ के ऊपर है.
पद का किया गया दुरुपयोग
उन्होंने आरोप लगाया कि महासचिव मनोज मिश्रा पद का दुरुपयोग करते हुए एक एजेंट के रूप में काम करते हैं. साथ ही कहा कि वे इस मामले में सात दिनों के लिए जेल की हवा भी खा चुके हैं. किसी भी स्कूल में उनके बच्चे नहीं पढ़ते हैं. इसलिए वे एक अभिभावक नहीं है. इसलिए झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन उनका विरोध करती है.