धनबाद: भारतीय जनतंत्र मोर्चा के संरक्षक सह जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने ईडी के द्वारा की जा रही कार्रवाई पर सवाल खड़ा किया है. सरयू राय के मुताबिक ईडी 2020 के बाद के मामले में कार्रवाई कर रही है, लेकिन साल 2015 से 19 तक की ईडी के द्वारा दायर की गई चार्जशीट पर कार्रवाई नहीं की जा रही. इसे लेकर सरयू राय ईडी के खिलाफ हाईकोर्ट में जाने की तैयारी में हैं.
NDA-INDIA के बीच है गठबंधन: देश में एनडीए और इंडिया की चल रही जुगलबंदी पर उन्होंने बड़ा हमला बोला है. डुमरी में उपचुनाव में एनडीए और इंडिया के बड़े दल के नेता चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ आग उगल रहे हैं. लेकिन जमशेदपुर में एनडीए और इंडिया की गठबंधन है. पिछले 3 सालों में रघुवर दास ने स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता के खिलाफ एक भी सवाल खड़ा नहीं किया है. यहां रघुवर दास और बन्ना गुप्ता के बीच गठबंधन है. दोनों एक दूसरे के पीठ सहलाने में लगे हुए हैं. जमशेदपुर में एनडीए और इंडिया की गलबहिया चल रही है. इसके साथी ही सरयू राय ने वन नेशन वन इलेक्शन का समर्थन किया है. सरयू राय अपने कार्यकर्ताओं के साथ जिले के सर्किट हाउस में मीडिया को संबोधित कर रहे थे.
रघुवर कार्यकाल में हुए पांच गुणा घोटाला: मीडिया से बातचीत के दौरान सरयू राय ने कहा कि ईडी के द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तीन बार सम्मन भेजा जा चुका है. तीन मामलों में ईडी चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है. साहिबगंज का प्रथम घोटाला की चार्जशीट ईडी ने दाखिल की है. यह चार्जशीट पब्लिक डोमेन में भी है. इसे कोई भी देख सकता है. साहिबगंज मामले में 2020-22 में पत्थर का जितना खनन और परिवहन किया गया. उससे कहीं ज्यादा 2015-19 में पत्थर का खनन और परिवहन किया गया है. करीब 5 गुना ज्यादा खनन और परिवहन 2015-19 में की गई है. तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के समय में यह हुआ है. उसे समय रघुवर दास खान मंत्री भी थे.
सरयू राय ने कहा कि मनरेगा घोटाले में पूजा सिंगल जेल में है. इस मामले में साल 2018 में रघुवर दास ने उन्हें क्लीन चिट दे दिया था. ईडी पर सवाल खड़ा करते हुए सरयू राय ने कहा कि ईडी 2020 के बाद ही कार्रवाई करेगी या फिर इससे पहले के मामले में भी कार्रवाई करेगी. ईडी के खिलाफ हाई कोर्ट में जाने की चेतावनी सरयू राय ने दी है.
उन्होंने जमशेदपुर में सूर्य मंदिर के आसपास हुए निर्माण को लेकर भी सवाल खड़ा किया है. सरयू राय का आरोप है कि रघुवर दास मुख्यमंत्री रहते उनके द्वारा कागजों पर कई काम किए गए. लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं नजर आता है. रघुवर दास आज पार्टी के इतने बड़े ओहदे पर हैं. उनके कार्यकर्ताओं को भी इस बात को समझने की जरूरत है.