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इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष केएन त्रिपाठी का धनबाद दौरा, इंटक संगठनों से एकजुट होकर सरकार पर दवाब बनाने की अपील

इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष केएन त्रिपाठी बुधवार को धनबाद पहुंचे जहां उन्होंने विभिन्न इंटक दलों से एकजुटता का आह्वान किया. उन्होंने कहा सभी दल अगर एक हो जाएं तो सरकार पर दवाब बनाया जा सकता है.

Unity appeal to INTUC organizations
इंटक संगठनों से एकता की अपील
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Published : Jun 10, 2021, 5:20 AM IST

धनबाद: पूर्व मंत्री और इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष केएन त्रिपाठी बुधवार को धनबाद के सर्किट हाउस में पहुंचे. जहां यूनियन के नेता और कांग्रेस नेताओं ने स्वागत किया.

ये भी पढ़ें- धनबाद में ग्रामीणों ने किया आउटसोर्सिंग का घेराव, उत्खनन कार्य के कारण हो रहे प्रदूषण से परेशान

एकजुटता की अपील
केएन त्रिपाठी ने अलग अलग काम कर रहे संगठनों से एक साथ मिलकर काम करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि जेबीसीसीआई का गठन हुआ है. कोयला खदान में पब्लिक सेक्टर और प्राइवेट सेक्टर को मिलाकर कई लाख मजदूरो का भाग्य का फैसला कोल इंडिया से मिलकर कर सकते हैं. इसके लिए हमने एक पहल शुरूकी है जी संजीवा रेड्डी के पास तीन ऑर्गेनाइजेशन मिलकर हस्ताक्षर कर 12 नाम भेजे हैं. ताकि इंटक़ के जो भी अलग-अलग संगठन काम कर रहे हैं और आपस में विवाद को भुला कर एक मजबूत संगठन बनाए जो कोल इंडिया का प्रतिनिधित्व कर सके.

सरकार चाहती है फूट बना रहे

के एन त्रिपाठी ने कहा भारत सरकार चाहती है कि इंटक या कांग्रेस में फूट बना रहे और मजदूर यूनियन सरकार में हस्तक्षेप ना करें. 2007 में जी संजीवा रेड्डी ने एक इंटक नाम से यूनियन रजिस्टर्ड करवाया था. लेकिन भारत सरकार ने 240 के कानून का हवाला देकर 2007 में बने कानून को नकार रही है दूसरे गुट को नहीं मान रही है. वहीं यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. जी संजीवा रेड्डी से हमलोगों का कोई विवाद नहीं है.

इंटक में है कई गुट

बता दें कि कोयला सेक्टर में इंटक का कई गुट है जो अपने आपको असली इंटक मानता है. जी. संजीवा रेड्डी गुट. ददई दुबे गुट, राजेंद्र सिंह गुट जो की अब नहीं रहे और केएन त्रिपाठी का गुट ये सभी अलग अलग काम कर रहे हैं. जिनमें एकता की अपील केएन त्रिपाठी ने की है.

धनबाद: पूर्व मंत्री और इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष केएन त्रिपाठी बुधवार को धनबाद के सर्किट हाउस में पहुंचे. जहां यूनियन के नेता और कांग्रेस नेताओं ने स्वागत किया.

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एकजुटता की अपील
केएन त्रिपाठी ने अलग अलग काम कर रहे संगठनों से एक साथ मिलकर काम करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि जेबीसीसीआई का गठन हुआ है. कोयला खदान में पब्लिक सेक्टर और प्राइवेट सेक्टर को मिलाकर कई लाख मजदूरो का भाग्य का फैसला कोल इंडिया से मिलकर कर सकते हैं. इसके लिए हमने एक पहल शुरूकी है जी संजीवा रेड्डी के पास तीन ऑर्गेनाइजेशन मिलकर हस्ताक्षर कर 12 नाम भेजे हैं. ताकि इंटक़ के जो भी अलग-अलग संगठन काम कर रहे हैं और आपस में विवाद को भुला कर एक मजबूत संगठन बनाए जो कोल इंडिया का प्रतिनिधित्व कर सके.

सरकार चाहती है फूट बना रहे

के एन त्रिपाठी ने कहा भारत सरकार चाहती है कि इंटक या कांग्रेस में फूट बना रहे और मजदूर यूनियन सरकार में हस्तक्षेप ना करें. 2007 में जी संजीवा रेड्डी ने एक इंटक नाम से यूनियन रजिस्टर्ड करवाया था. लेकिन भारत सरकार ने 240 के कानून का हवाला देकर 2007 में बने कानून को नकार रही है दूसरे गुट को नहीं मान रही है. वहीं यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. जी संजीवा रेड्डी से हमलोगों का कोई विवाद नहीं है.

इंटक में है कई गुट

बता दें कि कोयला सेक्टर में इंटक का कई गुट है जो अपने आपको असली इंटक मानता है. जी. संजीवा रेड्डी गुट. ददई दुबे गुट, राजेंद्र सिंह गुट जो की अब नहीं रहे और केएन त्रिपाठी का गुट ये सभी अलग अलग काम कर रहे हैं. जिनमें एकता की अपील केएन त्रिपाठी ने की है.

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