धनबाद: जिले में बीते दिनों 40 वर्षीय विनोद झा का गोली लगा हुआ शव झरिया के इको पार्क से पुलिस ने बरामद किया था. पुलिस ने इस मामले में चार युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
लोगों से फर्जीवाड़ा
जानकारी अनुसार विनोद झा लोगों से फर्जीवाड़ा कर ठगी करता था. इसलिए उसे परिवार से निकाल दिया गया था. विनोद ने दो शादियां की थी. पहली पत्नी ने उसके फर्जीवाड़े से तंग आकर मौत को गले लगा लिया था. विनोद की दूसरी शादी छत्तीसगढ़ में हुई थी. ससुराल में रहकर भी इसने फर्जीवाड़ा कर कई लोगों को चुना लगाया. जिसके कारण ससुराल पक्ष के लोगों से उसका विवाद हो गया. विवाद के बाद विनोद छत्तीसगढ़ से भागकर धनबाद पहुंचा, यहां आकर वह एक लॉज में रहने लगा.
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क्या कहती है पुलिस
झरिया थाना इंस्पेक्टर पीके सिंह ने बताया कि झरिया के कुछ युवकों को भी विनोद ने सब्जबाग दिखाया, जिसके कारण युवक इसके झांसे में आ गए. इनमें से चार युवक विनोद के संपर्क में थे. छोटू चौहान, विकास सिंह, बमबम कुमार और एक अन्य लड़का विनोद के साथ पूरी तरह घूलमिल गया था. पुलिस ने बताया कि विनोद अपने फर्जीवाड़े के कारनामों के बाद काफी परेशान था. जिसके कारण उसने अपने मन की शांति के लिए तांत्रिक विद्या का सहारा लिया. वो इको पार्क में अकेले रहकर पूजा पाठ भी किया करता था. इसी दौरान विकास सिंह और छोटू चौहान इको पार्क पहुंचे, जबकि बमबम कुमार और एक अन्य युवक सीआईएसएफ के चेक पोस्ट पर खड़ा रहे. इन चारों को पुलिस ने इस मामले में जेल भेज दिया है.