धनबादः बिनोद बिहारी महतो की पौत्र वधू विनीता सिंह ने धनबाद की जनता के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज, अंतराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम और संग्रहालय के लिए 23 एकड़ जमीन सरकार को दान करने की घोषणा की है. उन्होंने निगम चुनाव में मेयर पद के लिए निर्दलीय चुनाव (Dhanbad mayor election)लड़ने की भी घोषणा की है. शहर में स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य बुनियादी सुविधाएं आम लोगों को मिले, इसके लिए वह प्रयास करेंगी. रविवार को उन्होंने मीडिया को यह जानकारी दी.
23 एकड़ जमीन करेंगी दान
विनीता सिंह ने मीडिया से कहा कि सरकार को जमीन दान करने के लिए वह सरकार को प्रस्ताव भेजने जा रहीं हैं. 23 एकड़ जमीन में से स्टेडियम के लिए 11 एकड़, इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए 8 एकड़ और स्व. बिनोद बिहारी महतो संग्रहालय के लिए 4 एकड़ जमीन दान करेंगी. उन्होंने बताया कि यह जमीनें बांदरचुआ, ढांगी और बलियापुर बीबीएम कॉलेज के पास हैं. उन्होंने कहा कि जनता की इच्छा पर आगामी मेयर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. यह चुनाव वह निर्दलीय लड़ेंगी. चुनाव में स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने का एजेंडा लेकर जनता के बीच जाएंगी.
सरकारी स्कूलों को अपग्रेड कराना मकसद
विनीता सिंह ने कहा कि उनका मकसद धनबादवासियों के मनोरंजन के लिए जू का निर्माण, सरकारी स्कूलों को अपग्रेड कर प्राइवेट स्कूलों के स्तर तक पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि धनबाद कोल कैपिटल है. इसके बावजूद यहां बेहतर सुविधा वाला हॉस्पिटल नहीं है. धनबाद से एयरपोर्ट, एम्स चला गया, यहां के सरकारी स्कूलों की स्थिति खराब है. मनोरंजन के साधन यहां नहीं है. धनबाद में एक जू की स्थापना है, सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता प्राइवेट स्कूल जैसी हो, इन्हीं मकसद से वे चुनाव में उतरेंगी.
कौन हैं बिनोद बिहारी महतो
बिनोद बिहारी महतो का जन्म धनबाद के बालीपुर प्रखंड के बडवाहा गांव में हुआ था. वह पेशे से वकील और राजनीतिज्ञ थे. वह झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक सदस्यों में से एक थे. अलग झारखंड राज्य के आंदोलन में इन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई थी. 1980, 1985,1990 में बिहार विधानसभा के सदस्य चुने गए थे. वहीं 1991 में गिरिडीह से लोकसभा के सदस्य चुने गए थे. महतो ने शिक्षा के प्रसार के काफी प्रयास किए थे. उन्होंने कई स्कूलों और कॉलेज की स्थापना के लिए धन दान किया था. शिक्षा क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए धनबाद में बीबीएमकेयू(बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय) की स्थापना की गई है.