धनबादः आठ साल लिव इन रिलेशनशिप में रहने के बाद एक युवक ने आदिवासी युवती से शादी रचाई. शादी के बाद युवती ने एक बच्ची को जन्म दिया. लेकिन शादी के चार महीने बाद ही उसका आशिक पति युवती को बीच मझधार में छोड़ चला गया. अब लड़की को ना तो पति के घर वाले रखने को तैयार है और ना ही उसके अपने ही परिजन घर में दाखिल होने दे रहे हैं. ऐसे में पीड़िता ने पुलिस से अपनी पति की खोजबीन की गुहार लगाई है.
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जिला में तोपचांची थाना क्षेत्र के मदैडीह की रहने वाली दुखनी कुमारी इन दिनों बेहद परेशान है. दुखनी को रहने के लिए कोई ठौर ठिकाना नहीं मिल रहा है. क्योंकि दुखनी ने जिस युवक से प्रेम कर शादी रचाई थी, वो बीच मझधार में उसे छोड़कर चला गया है. दुखनी का कहना है कि तोपचांची के ब्राम्हणडीहा के रहने वाले सुजीत कुमार तिवारी के साथ उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था और करीब 8 साल तक दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहे. 5 जून 2022 को अपने परिवार को बिना बताए दोनों ने शादी रचा ली.
शादी के बाद दुखनी ने एक बच्ची को जन्म दिया. जिसके बाद दोनों काम करने के लिए केरल चले गए. केरल से दोनों वापस लौट रहे थे. इस दौरान रांची के हटिया स्टेशन पर सुजीत तिवारी ट्रेन से उतर गया. उसके से आज तक सुजीत तिवारी दुखनी का हाल जानने नहीं पहुंचा. दुखनी के द्वारा उसकी काफी खोजबीन की गई लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला. जिसके बाद दुखनी के द्वारा मामले की शिकायत तोपचांची थाना में की गई है.
दुखनी कुमारी ने बताया कि तोपचांची थाना से लेकर पुलिस के वरीय अधिकारियों से वह अपनी फरियाद लगा चुकी है. लेकिन मामले में अब तक कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है. दुखनी ने बताया कि वह अपने ससुराल भी गई थी लेकिन ससुराल के लोगों ने उन्हें यह कह कर रखने से मना कर दिया कि उनका बेटा सुजीत तिवारी यहां नहीं रहता है. वहीं दुखनी के परिजन भी उसे रखने को तैयार नहीं हैं. दुखनी के लिए एक बड़ी समस्या हो गई है कि आखिर वह अपने बच्चे को लेकर आखिर जाए तो कहां जाए. मीडिया से गुहार लगाते हुए पुलिस से मामले में कार्रवाई की मांग की है.
इस मामले को लेकर तोपचांची थाना इंस्पेक्टर जयराम प्रसाद ने बताया कि प्रेम प्रसंग में धोखा को लेकर एससी एसटी के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. रांची के हटिया रेलवे स्टेशन से आरोपी सुजित कुमार तिवारी गायब हुआ है, इसको लेकर उनसे भी बात कर आगे की कार्रवाई चल रही है. उन्होंने कहा कि बाघमारा एसडीपीओ निशा मुर्मू केस की आईओ हैं, उनके द्वारा ही मामले में अनुसंधान किया जा रहा है.