धनबादः शराब का नशा ऐसा कि अंतिम संस्कार के लिए चंदा से इकठ्ठा किए गए पैसों से शराब पी गया और शव को झाड़ियों में फेंक दिया. ऐसा किसी और ने नहीं बल्कि अपने ही छोटे भाई ने बड़े भाई के शव के साथ किया है. स्थानीय लोगों के दबाव के बाद शव को खोजा गया और अंतिम संस्कार किया गया.
भूली C ब्लॉक के रहनेवाले 60 वर्षीय ओमप्रकाश पांडेय की मौत मंगलवार को अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई. ओमप्रकाश बेहद गरीब था. ज्यादातर उसका समय अस्पताल में ही कटता था. गरीबी का ख्याल रखते हुए लोगों ने शव के अंतिम संस्कार के लिए चंदा इकट्ठा कर गांव वालों ने ओमप्रकाश के भाई धर्मराज को तीन हजार रुपए दिए. जिससे कुछ साथियों के साथ अंत्योष्टि के लिए कुछ सामान लाया और बाकी पैसों का अपने साथियों के साथ शराब पी गया. हद तो तब हो गई जब शव को B ब्लॉक के समीप रेलवे ट्रैक की झाड़ियों में शव फेंककर चला गया.
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मृतक के भाई धर्मराज का कहना है कि वो कुछ साथियों के साथ शव लेकर अंतिम संस्कार करने पहुंचा था. माचिस नहीं रहने के कारण अपने साथियों के साथ माचिस लाने चला गया. उसने स्वीकार किया कि वो प्रतिदिन शराब पिए बिना रह नहीं सकता इसलिए वो शराब पीने चला गया था. उसने ये भी कहा कि जब वो वापस लौटा तो शव नहीं था. वहीं, लोगों को जब शव होने की सूचना मिली तो उसपर दबाव बनाकर अंतिम संस्कार करवाया.