झारखण्ड में चुनाव सिर है और इस गहमागहमी में राजनीतिक दल भी जनता को रिझाने की कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. निरसा विधानसभा में भी चौथे चरण का मतदान 16 दिसम्बर होना हैं. ऐसे में धनबाद के निरसा विधानसभा की भाजपा प्रत्याशी अपर्णा सेन गुप्ता टिकट मिलने के बाद क्षेत्र में प्रचार प्रसार में करने के लिए जी जान से जुट गई है.अपनी राजनीतिक पार्टी का प्रचार प्रसार करने के लिए जनसंपर्क अभियान चलाया है. जिसके लिए जनता से रूबरू हो रही हैं.
चुनाव नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक पार्टियां अपने प्रत्याशियों के नाम का एक-एक कर के पत्ता खोल रही हैं. जिसमें निरसा विधानसभा में अब तक कुल दो राजनीतिक पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर चुकी हैं. भाजपा एवं मार्क्सवादी समन्वय समिति (मासस) से वर्तमान विधायक अरूण चटर्जी वर्तमान में निरसा के विधायक भी हैं और मासस के प्रत्याशी के रूप में इस बार फिर से निरसा विधासभा से खड़े हुए हैं, वहीं अपर्णा सेन गुप्ता का नाम भाजपा प्रत्याशी के रूप में सामने आया है.
अपर्णा सेन गुप्ता का नाम भाजपा प्रत्याशी के रूप में आने के बाद निरसा खेमे में भाजपा की अंदरूनी लड़ाई चरम पर है. जिसका कारण गणेश मिश्रा को टिकट न मिलना है जो की 2014 विधानसभा चुनाव में केवल 1035 वोटों से हारे थे. जिसके कारण जनता में आक्रोश है और जगह जगह पर गणेश मिश्रा के कार्यकर्ताओं ने सांसद पीएन सिंह सिंह और मुख्यमंत्री रघुवर दास के पुतले फूंककर इसका विरोध किया है.
ऐसे में झामुमों पार्टी के किसी भी प्रत्याशी की घोषणा नहीं हुई है. झामुमों ने अपने प्रत्याशी के नाम को होल्ड पर रखा है, पिछली बार चुनाव में गठबंधन होने के बावजूद भी मासस और झामुमों ने दोस्ताना चुनाव लड़ा था. जिसके कारण कयास लगाए जा रहे हैं की झामुमों और मासस इस बार भी अमूमन दोस्ताना लड़ाई लड़ सकते हैं.