धनबाद: जिले के कोयलानगर स्थित कोयला भवन के गेट के सामने वेतन भुगतान की मांग को लेकर बीसीसीएल के अनुदानित स्कूलों के शिक्षक धरना पर बैठे हैं, लेकिन बीसीसीएल प्रबंधन ने अब तक कोई सुध नहीं ली है. धरना के माध्यम से भी यदि प्रबंधन इनकी मांगों पर विचार नहीं करती है तो इन शिक्षकों ने आत्मदाह की चेतावनी दी है.
शिक्षकों ने बताया कि 30 सालों से जिन कोलियरी के शिक्षकों ने अपने जीवन का स्वर्णिम काल कोलकार्मियों के नौनिहालों को शिक्षा देने में समर्पित कर दिया, आज उन्हें दूध की मक्खी की तरह निकाल कर फेंक देने की साजिश रची जा रही है. कोल मंत्रालय के पत्र का हवाला देकर शिक्षकों के तनख्वाह को बंद कर दिया गया है. वहीं पत्र ईसीएल और सीसीएल प्रबंधन को भी प्रेषित किया गया है, ईसीएल और सीसीएल प्रबंधन अपने अपने क्षेत्र में कार्यरत कोलियरी शिक्षकों को बिना किसी भेदभाव के उनके वेतन का भुगतान समय से कर रही है, लेकिन बीसीसीएल प्रबंधन शिक्षकों के 18 महीने से लंबित तनख्वाह के भुगतान के लिए अड़ंगा लगा दिया है. शिक्षकों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि धरना के माध्यम से भी प्रबंधन उनकी मांगों पर विचार नहीं करती तो हम आत्मदाह कर लेंगे.