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अब होगी ड्रोन के जरिए खदानों की निगरानी, 12 लोगों की मौत के बाद बना प्लान - Jharkhand Latest News

पिछले दिनों अवैध उत्खनन के दौरान निरसा के ईसीएल के खदान में हादसा हुआ था, जिसमें 12 लोगों की मौत हुई थी. ईसीएल महाप्रबंधक विभास चन्द्र सिंह ने जिले के डीसी को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है. जिसके बाद अवैध उत्खनन और आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए लेकर ड्रोन के जरिए खदानों की निगरानी की प्लानिंग की गई है.

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अब होगी ड्रोन के जरिए खदानों की निगरानी
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Published : Feb 7, 2022, 12:22 PM IST

धनबाद : पिछले दिनों अवैध उत्खनन के दौरान निरसा के ईसीएल के खदान में हादसा हुआ था, जिसमें 12 लोगों की मौत हुई थी. ईसीएल के मुगमा क्षेत्र में संचालित कोलियरियों में अवैध उत्खनन, कोयला चोरी और आपराधिक घटनाओं को लेकर महाप्रबंधक विभास चन्द्र सिंह ने जिले के डीसी को 26 जनवरी को पत्र लिखा और कार्रवाई की मांग की. जिसके बाद मुगमा और अन्य क्षेत्र में कोयले की चोरी, अवैध उत्खनन और आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए लेकर ड्रोन के जरिए खदानों की निगरानी रखे जाने की बात कही जा रही है.

यह भी पढ़ें : Mine Accident In Nirsa: गोपीनाथपुर आउटसोर्सिंग इलाके में कई लोग लापता, सबके खदान में फंसे होने की आशंका

मुगमा क्षेत्र के 14 ओपन कास्ट माइंस (Open Cast Mines) से करीब 3 महीनों से कोयले की चोरी की जा रही है. करीब 500 से 1000 लोगों के साथ बच्चे भी कोयले की चोरी कर रहे हैं. हथियारबंद अपराधी कोयला खदान में घुसकर केबल लूट की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. सिक्युरिटी गार्ड के रोके जाने पर उन्हें बंधक बना उनके साथ मारपीट की जाती है. रात्रि पाली के मजदूर दहशत में रहते हैं. इसके बावजूद धनबाद जिला प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई थी, लेकिन अब इन क्षेत्रों में ड्रोन के जरिए खदानों की निगरानी का प्लान है.


ईसीएल कोलियरियों की सुरक्षा को लेकर कहा जा रहा है कि सुरक्षा में तैनात सिक्युरिटी गार्ड की टीम में एक ड्रोन ऑपरेट करने वाला भी तैनात रहेगा, इसकी तैयारी चल रही है. ईसीएल की टेक्निकल सेल इसे अमली जामा पहनाने में जुटा हुआ है. बहुत जल्द इसका प्रयोग ईसीएल की सभी खदानों में भी देखने को मिलेगा.

धनबाद : पिछले दिनों अवैध उत्खनन के दौरान निरसा के ईसीएल के खदान में हादसा हुआ था, जिसमें 12 लोगों की मौत हुई थी. ईसीएल के मुगमा क्षेत्र में संचालित कोलियरियों में अवैध उत्खनन, कोयला चोरी और आपराधिक घटनाओं को लेकर महाप्रबंधक विभास चन्द्र सिंह ने जिले के डीसी को 26 जनवरी को पत्र लिखा और कार्रवाई की मांग की. जिसके बाद मुगमा और अन्य क्षेत्र में कोयले की चोरी, अवैध उत्खनन और आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए लेकर ड्रोन के जरिए खदानों की निगरानी रखे जाने की बात कही जा रही है.

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मुगमा क्षेत्र के 14 ओपन कास्ट माइंस (Open Cast Mines) से करीब 3 महीनों से कोयले की चोरी की जा रही है. करीब 500 से 1000 लोगों के साथ बच्चे भी कोयले की चोरी कर रहे हैं. हथियारबंद अपराधी कोयला खदान में घुसकर केबल लूट की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. सिक्युरिटी गार्ड के रोके जाने पर उन्हें बंधक बना उनके साथ मारपीट की जाती है. रात्रि पाली के मजदूर दहशत में रहते हैं. इसके बावजूद धनबाद जिला प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई थी, लेकिन अब इन क्षेत्रों में ड्रोन के जरिए खदानों की निगरानी का प्लान है.


ईसीएल कोलियरियों की सुरक्षा को लेकर कहा जा रहा है कि सुरक्षा में तैनात सिक्युरिटी गार्ड की टीम में एक ड्रोन ऑपरेट करने वाला भी तैनात रहेगा, इसकी तैयारी चल रही है. ईसीएल की टेक्निकल सेल इसे अमली जामा पहनाने में जुटा हुआ है. बहुत जल्द इसका प्रयोग ईसीएल की सभी खदानों में भी देखने को मिलेगा.

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