धनबाद: जिले के निरसा प्रखंड अंतर्गत माड़मा पंचायत के माड़मा भुइयां बस्ती में एक गर्भवती महिला की मौत इलाज के अभाव में हो गई. जिसके बाद परिजनों ने पंचायत के मुखिया पर लगाया है कि समय रहते अगर किसी तरह की मदद की जाती तो यह मौत नहीं होती.
महिला 6 महीने की गर्भवती थी, जिसकी तबीयत अचानक खराब हो गई और समय पर उसका इलाज नहीं हो सका, जिसके कारण उसकी मौत हो गई. महिला की मां ने बताया कि देर रात लालो देवी की तबीयत अचानक खराब होने लगी. जिसके बाद कई बार मुखिया संजय महतो और क्षेत्र के विधायक को फोन कर सहायता मांगने का प्रयास किया गया, लेकिन किसी ने भी फोन नहीं उठाया. जिसके बाद किसी तरह एंबुलेंस से उसे धनबाद के पीएमसीएच ले जाया गया. पीएमसीएच में महिला को भर्ती लेने के पहले मुखिया या विधायक का पत्र को दिखाने की बात कही गई. पर किसी भी तरह का कोई पत्र नहीं होने के कारण पीएमसीएच में लालो देवी को भर्ती नहीं कराया जा सका, जिसके बाद थक हार कर वहां से किसी तरह वापस माड़मा स्थित अपने आवास लाया गया, जहां दर्द से कराहते हुए महिला ने दम तोड़ दिया.
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घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों काफी रोष में दिखा. परिजनों ने लालो देवी की मौत का आरोप स्थानीय मुखिया और विधायक पर लगाया है. इधर मुखिया इन आरोपों को गलत बताते हुए अपने आप को बचाने का प्रयास करते दिखे. वहीं निरसा की विधायक अपर्णा सेन गुप्ता ने कहा कि मुझे कोई भी फोन नहीं आया. उन्होंने कहा कि पीएमसीएच ने यदि लालो देवी को भर्ती नहीं किया है तो पीएमसीएच के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.