देवघरः आज सावन की तीसरी सोमवारी है. साथ ही आज सोमी अमावस्या भी है जो एक शुभ संयोग भी है. सावन की सोमवारी को बाबा मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ता था, मगर कोरोना संक्रमण के कारण मेला नहीं लगाया गया है. श्रद्धालुओं के लिए सिर्फ बाबा के ऑनलाइन दर्शन की ही व्यवस्था की गई है.
जानकारों की माने तो सावन में ही देवताओं का समुद्र मंथन हुआ था. जिसमें 14 रत्नों की उत्पत्ति हुई थी. उनका कहना है कि आज सावन की तीसरी सोमवारी है और आज के दिन कौस्तुव मणि की उत्पत्ति हुई थी. जिसे भगवान विष्णु ने अपने हृदय में रखा था. आज के दिन भगवान शिव का गंगा जल, बेलपत्र, दूध, भांग, धतूरा के साथ, पंचाक्षरी मंत्र ॐ नमः शिवाय से पूजा अर्चना करना सुख-शांति प्रदान करता है. इसके साथ ही ऐश्वर्यवान, धनवान, ऊर्जावान बनाता है. आज के दिन भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से भक्तों के जीवन से दुख दूर हो जाते हैं.
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बहरहाल, कोरोना संक्रमण को लेकर इस दफे श्रावणी मेला झारखंड सरकार ने नहीं लगाने का फैसला लिया. बाबा मंदिर में सिर्फ सीमित पुरोहित ही बाबा भोले की पूजा अर्चना कर रहे हैं. बाबा भोले की प्रातःकालीन और संध्याकालीन पूजा की सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है. जिसमें अबतक लगभग 8 लाख लोगों ने दर्शन किए हैं.
वहीं, सावन की तीसरी सोमवारी को लेकर बाबा मंदिर सहित देवघर के सभी एंट्री प्वाइंट पर पुलिस पदाधिकारी सहित दंडाधिकारी की नियुक्ति की गई है और किसी भी तरह से किसी भी बाहरी के प्रवेश पर पूर्णतः रोक है. इसकी मॉनिटरिंग खुद देवघर के डीसी कमलेश्वर प्रसाद सिंह, एसपी पीयूष पांडे, नगर प्रशासक शैलेंद्र कुमार लाल, एसडीएम विशाल सागर और एसडीपीओ विकाशचंद्र श्रीवास्तव कर रहे हैं.