ETV Bharat / state

जानिए आखिर कौन हैं 'पोचू', जिनके कदमों में झुक गए सूबे के मंत्री रणधीर सिंह

author img

By

Published : Sep 6, 2019, 8:41 AM IST

Updated : Sep 6, 2019, 9:13 AM IST

अस्पताल में डॉक्टर्स की जितनी जरुरत होती है. उतनी ही एक पोस्टमार्टम मैन की. इसी कड़ी में देवघर के एक पोस्टमार्टम मैन को गुरुवार को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम देवघर के इंडोर स्टेडियम में हुआ. पोस्टमार्टम मैन को सम्मानित करते समय सूबे के मंत्री ने उनके पैर भी छुए.

प्रणाम करते मंत्री रणधीर सिंह

देवघर: पोस्टमार्टम का नाम सुनते ही जेहन में एक खौफनाक और डरावना मंजर घूमने लगता है. पोस्टमार्टम हाउस वह जगह है जिसके आसपास भी कोई जाना नहीं चाहता. यहां दिनभर में कई लाशें आती हैं और उनका चीरफाड़ भी किया जाता है. ऐसे में वो शख्स वाकई में सम्मान के काबिल है, जो यहां का सारा कामकाज संभालता है.


चारों तरफ बदबू और सड़न का माहौल होता है. इसी सड़ांध भरे माहौल में पिछले 25 सालों से पोचू बिना रुके और बिना थके लाशों की चीर फाड़ कर डॉक्टरों को मौत की वजह बताने में मदद करता चला आ रहा है. पोचू शराब का सेवन भी नहीं करता है. बावजूद इसके अबतक 20 हजार से भी ज्यादा लाशों का पोस्टमार्टम कर चुका है. मुर्दों के जिस्म को चीरकर उसकी मौत की वजह बताने वाले को आखिरकार एक सुखद अहसास दिलाया गया. देवघर के पोस्टमार्टम मैन को एक मंच से सम्मनित किया गया. जिसके बाद सूबे के मंत्री ने पोचू के पैर भी छुए.

ये भी देखें- गुरु जी की भूमिका में नजर आए देवघर SDPO, बच्चों को सिखाये सफलता के गुर

दरअसल, देवघर के इंडोर स्टेडियम में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जहां, देवघर के विधायक नारायण दास, सूबे के कृषि मंत्री रणधीर सिंह और पूर्व राज्यसभा सांसद जयप्रकाश नारायण सिंह समेत कई लोग मौजूद थे. उसी कार्यक्रम में पोस्टमार्टम मैन पोचू को सम्मानित किया गया. आपको बता दें कि देवघर के पोस्टमार्टम हाउस में सिर्फ एक स्टाफ है. वही लाशों की इंट्री करता है और सफाई के साथ-साथ लाशों का चीरफाड़ भी करता है. डॉक्टरों से कहीं ज्यादा दिक्कत लाशों को चीरफाड़ करने और यहां लाने, ले जाने वालों को होती है.


सड़ी-गली लाशों के बीच ये न सिर्फ रहते हैं. बल्कि उन्हें उठाकर पोस्टमार्टम हाउस के अंदर भी रखते हैं. डॉक्टर्स के देखने से पहले ब्लेड से लाश की चीरफाड़ करते हैं और बाद में लाश को व्यवस्थित भी यही करते हैं. एक के ऊपर एक पड़ी लाशों के बीच चीरफाड़ करने वाले किन हालत से गुजरते हैं. पोचू की मानें तो, बच्चों की चीर फाड़ करते हुए उसका दिल दहल जाता है और कलेजा कांप जाता है. इतना सबकुछ देखने के बाद भी पोचू आज भी अपने काम में जुटा है.

देवघर: पोस्टमार्टम का नाम सुनते ही जेहन में एक खौफनाक और डरावना मंजर घूमने लगता है. पोस्टमार्टम हाउस वह जगह है जिसके आसपास भी कोई जाना नहीं चाहता. यहां दिनभर में कई लाशें आती हैं और उनका चीरफाड़ भी किया जाता है. ऐसे में वो शख्स वाकई में सम्मान के काबिल है, जो यहां का सारा कामकाज संभालता है.


चारों तरफ बदबू और सड़न का माहौल होता है. इसी सड़ांध भरे माहौल में पिछले 25 सालों से पोचू बिना रुके और बिना थके लाशों की चीर फाड़ कर डॉक्टरों को मौत की वजह बताने में मदद करता चला आ रहा है. पोचू शराब का सेवन भी नहीं करता है. बावजूद इसके अबतक 20 हजार से भी ज्यादा लाशों का पोस्टमार्टम कर चुका है. मुर्दों के जिस्म को चीरकर उसकी मौत की वजह बताने वाले को आखिरकार एक सुखद अहसास दिलाया गया. देवघर के पोस्टमार्टम मैन को एक मंच से सम्मनित किया गया. जिसके बाद सूबे के मंत्री ने पोचू के पैर भी छुए.

ये भी देखें- गुरु जी की भूमिका में नजर आए देवघर SDPO, बच्चों को सिखाये सफलता के गुर

दरअसल, देवघर के इंडोर स्टेडियम में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जहां, देवघर के विधायक नारायण दास, सूबे के कृषि मंत्री रणधीर सिंह और पूर्व राज्यसभा सांसद जयप्रकाश नारायण सिंह समेत कई लोग मौजूद थे. उसी कार्यक्रम में पोस्टमार्टम मैन पोचू को सम्मानित किया गया. आपको बता दें कि देवघर के पोस्टमार्टम हाउस में सिर्फ एक स्टाफ है. वही लाशों की इंट्री करता है और सफाई के साथ-साथ लाशों का चीरफाड़ भी करता है. डॉक्टरों से कहीं ज्यादा दिक्कत लाशों को चीरफाड़ करने और यहां लाने, ले जाने वालों को होती है.


सड़ी-गली लाशों के बीच ये न सिर्फ रहते हैं. बल्कि उन्हें उठाकर पोस्टमार्टम हाउस के अंदर भी रखते हैं. डॉक्टर्स के देखने से पहले ब्लेड से लाश की चीरफाड़ करते हैं और बाद में लाश को व्यवस्थित भी यही करते हैं. एक के ऊपर एक पड़ी लाशों के बीच चीरफाड़ करने वाले किन हालत से गुजरते हैं. पोचू की मानें तो, बच्चों की चीर फाड़ करते हुए उसका दिल दहल जाता है और कलेजा कांप जाता है. इतना सबकुछ देखने के बाद भी पोचू आज भी अपने काम में जुटा है.

Intro:देवघर आख़िरकार 'पोचू' को भी मिला सम्मान, मंत्री जी ने पैर छू कर किया प्रणाम।
Body:एंकर- पोस्टमार्टम नाम सुनते ही जेहन में एक खौफनाक और डरावना मंजर घूमने लगता है। पोस्टमार्टम हाउस यनि,मर्चरी, यह वो जगह है जहां के आसपास भी कोई जाना नहीं चाहता। यहां दिन भर में कई लाशें आती हैं और उनका चीरफाड़ भी किया जाता है। चारों तरफ बदबू और सड़न का माहौल होता है। और इसी सडांध भरे माहौल में पिछले 25 सालों से पोचू बिना रुके और बिना थके लाशों की चीर फाड़ कर डॉक्टरों को मौत की वजह बताने में मदद करता चला आ रहा है। पोचू न तो शराब का सेवन करता है और न ही किसी नशे का आदि है, बावज़ूद इसके अबतक 20 हज़ार से भी ज़्यादा लाशों का पोस्टमार्टम कर चुका है लिहाज़ा, मुर्दों के जिस्म को चीरकर उसकी मौत की वज़ह बताने वाले को आख़िरकार एक सुकून का सुखद अहसास दिलाया गया। देवघर के पोस्टमार्टम मैन को एक मंच से न सिर्फ सम्मनित किया गया बल्कि, सूबे के मंत्री ने पोचू के पैर भी छुए। दरअसल, देवघर के इनडोर स्टेडियम में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जहां, देवघर के विधायक नारायण दास, सूबे के कृषि मंत्री रणधीर सिंह और पूर्व राज्यसभा सांसद जयप्रकाश नारायण सिंह समेत कई गण्यमान सख्शियत मौज़ूद था। इसी कार्यक्रम में पोस्टमार्टम मैन पोचू सम्मानित किया गया। आपको बता दें कि, देवघर के पोस्टमार्टम हाउस में सिर्फ एक स्टाफ है। वही लाशों की इंट्री करता है, वही सफाईकर्मी है और वही लाश का चीरफाड़ भी करता है। डॉक्टरों से कहीं ज्यादा दिक्कत लाशों को चीरफाड़ करने और यहां लाने- ले जाने वालों को होती है। सड़ी-गली लाशों के बीच ये न सिर्फ रहते हैं, बल्कि उन्हें उठाकर पोस्टमार्टम हाउस के अंदर रखते है। डॉक्टर्स के देखने से पहले ब्लेड से लाश की चीरफाड़ करते हैं और बाद लाश को व्यवस्थित भी यही करते हैं।
एक के ऊपर एक पड़ी लाशों के बीच चीरफाड़ करने वाले किन हालत से गुजरते हैं?। पोचू की मानें तो, बच्चों की चीर फाड़ करते हुए उसका दिल दहल जाता है और कलेजा काठ मार जाता है इतना सबकुछ देखने के बाद भी पोचू आज भी अपने काम में जुटा है। ईटीवी भारत की ओर से भी देवघर के इस पोस्टमार्टम मैन को सलाम।Conclusion:नोट फ़ोटो रिपोटर एप में सो नही हो रहा है अंदाज से सेलेक्ट किये है अगर फ़ोटो सही नही है तो व्हाट्सअप से उठा ले।
Last Updated : Sep 6, 2019, 9:13 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.