देवघरः पुलिस ने आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस कार्रवाई में 5 लाख 30 हजार नगद के साथ, एक सोने की चेन, 3 मोबाइल फोन, 2 बैंक पासबुक, लूट में इस्तेमाल की गयी 2 मोटरसाइकिल, एक चाकू के साथ कुल 6 अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं. लूट और हत्या जैसे कई मामलों में इनकी सांलिप्ता है.
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देवघर पुलिस ने देवघर-गोड्डा मुख्य मार्ग के मोहनपुर थाना क्षेत्र में 24 अप्रैल को हुई व्यापारी से लूट का खुलासा कर दिया है. देवघर एसपी सुभाष चंद्र जाट ने प्रेस वार्ता का आयोजन कर जानकारी देते हुए कहा कि 24 अप्रैल को कैनन आलम अपने भाई समीर अंसारी और अपने दोस्त रघुल अंसारी के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर एक ग्यारह लाख 50 हजार रुपए बैग में भरकर गिरिडीह के एक फैक्ट्री में पेमेंट के लिए जा रहा था. इसी दौरान उनके साथ लूट हुई थी.
देवघर एसपी ने कहा कि इनका मोटरसाइकिल रब्बुल अंसारी चला रहा था और यही इस लूटकांड का मास्टरमाइंड भी था. अपने साथी अपराधियों को इसने सूचना दी और फिर देवघर के नवाकुरा जंगल के पास दो मोटरसाइकिल पर सवार चार अपराधी आए और हथियार का डर दिखाते हुए व्यापारी की आंख में मिर्च का पाउडर डालने की कोशिश की गई. इसके बाद अपराधी रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गए.
इस घटना के बाद देवघर एसपी द्वारा एक टीम का गठन कर छापेमारी अभियान शुरू किया गया. जिसमें इस लूट में शामिल मास्टरमाइंड रब्बुल अंसारी सहित छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. इनके पास से देवघर पुलिस ने 5 लाख 30 हजार रुपए बरामद किए हैं. इसके अलावा घटना में उपयोग किए हुए दो मोटरसाइकिल, लूट के पैसे से खरीदी गई एक सोने की चेन, 2 पासबुक, एक चाकू और तीन मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है.
देवघर एसपी ने कहा कि रब्बुल अंसारी पीड़ित का बाइक चला रहा था और उसे पता था कि कैनन आलम अक्सर गिरिडीह फैक्ट्री में पेमेंट के लिए भारी भरकम रकम लेकर जाता है. इस मौके की तलाश वो काफी दिनों से कर रहा था और इसके बाद 24 अप्रैल को इस घटना को अंजाम दिया गया. इस लूटकांड के उद्भेदन के लिए मोहनपुर थाना प्रभारी एवं छापेमारी दल में शामिल पुलिसकर्मी को देवघर एसपी ने 5 हजार का नकद पुरस्कार एवं प्रस्तति पत्र देकर सम्मानित किया.