ETV Bharat / state

देवघर में इंजीनियर तक कर रहे साइबर ठगी, अपराध में परिवार के सदस्यों को भी कर रहे शामिल

देवघर में नौ दिसंबर को साइबर अपराध में गिरफ्तार हुए 8 आरोपियों में एक परिवार के कई सदस्य भी शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार इकराम अंसारी ने अपने साथ भाई को भी मिला लिया था और साइबर अपराध कराने लगा.

देवघर में इंजीनियर तक कर रहे साइबर ठगी
देवघर में इंजीनियर तक कर रहे साइबर ठगी
author img

By

Published : Dec 10, 2020, 6:15 PM IST

देवघरः लोगों के जीवन में तकनीक और संचार के साधनों के बढ़ते इस्तेमाल के बीच चालबाज लोग इसका दुरुपयोग करने लगे हैं. ये लोग भोले-भाले लोगों से जानकारियां लेकर उनकी गाढ़ी कमाई को उड़ा रहे हैं. इसमें अनपढ़ नहीं इंजीनियरिंग जैसे पढ़ाई करने वाले युवा भी शामिल हो रहे हैं. सबसे चिंताजनक है ये ठग अपराध में अपने परिवार के सदस्यों को भी शामिल कर रहे हैं. इसका खुलासा पुलिस ने देवघर से एक ही परिवार के कई सदस्यों को साइबर ठगी में गिरफ्तार करने के बाद किया है.

देखें पूरी खबर

9 दिसंबर को देवघर पुलिस ने साइबर अपराध में शामिल 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि इनमें से एक इकराम अंसारी, अपने दो सगे भाइयों के साथ मिलकर साइबर ठगी करता था. इनमें से एक ने भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग कॉलेज से बैचलर ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की हुई है.

ये भी पढ़ें-बाबूलाल मरांडी के मामले पर झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई, अदालत ने मांगा विधानसभा से जवाब

भाई को भी अपराध में शामिल करने का आरोप
देवघर में साइबर अपराध के बढ़ते ग्राफ की एक वजह लॉक डाउन भी बताया जा रहा है. देवघर के एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि मधुपुर अनुमंडल के मारगोमुण्डा से गिरफ्तार इकराम अंसारी की लॉक डाउन में नौकरी छूट गई थी. आरोप है कि इसके अलावा उसे कम समय में अधिक कमाई का लालच आ गया. इसके बाद उसने घर से ही साइबर अपराध करना शुरू किया. बाद में अपने साथ भाई और अन्य सगे संबंधियों को भी जोड़ लिया. इसमें अपनी तकनीकी जानकारी का इस्तेमाल कर वह लोगों को निशाना बनाने लगा. हालांकि आरोपी इमरान के पिता मोहम्मद अंसारी ने उसे फंसाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि उनकी दुश्मनी के चलते कुछ लोगों ने उनके बेटे का नाम आरोपियों की सूची में शामिल करा दिया.

देवघरः लोगों के जीवन में तकनीक और संचार के साधनों के बढ़ते इस्तेमाल के बीच चालबाज लोग इसका दुरुपयोग करने लगे हैं. ये लोग भोले-भाले लोगों से जानकारियां लेकर उनकी गाढ़ी कमाई को उड़ा रहे हैं. इसमें अनपढ़ नहीं इंजीनियरिंग जैसे पढ़ाई करने वाले युवा भी शामिल हो रहे हैं. सबसे चिंताजनक है ये ठग अपराध में अपने परिवार के सदस्यों को भी शामिल कर रहे हैं. इसका खुलासा पुलिस ने देवघर से एक ही परिवार के कई सदस्यों को साइबर ठगी में गिरफ्तार करने के बाद किया है.

देखें पूरी खबर

9 दिसंबर को देवघर पुलिस ने साइबर अपराध में शामिल 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि इनमें से एक इकराम अंसारी, अपने दो सगे भाइयों के साथ मिलकर साइबर ठगी करता था. इनमें से एक ने भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग कॉलेज से बैचलर ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की हुई है.

ये भी पढ़ें-बाबूलाल मरांडी के मामले पर झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई, अदालत ने मांगा विधानसभा से जवाब

भाई को भी अपराध में शामिल करने का आरोप
देवघर में साइबर अपराध के बढ़ते ग्राफ की एक वजह लॉक डाउन भी बताया जा रहा है. देवघर के एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि मधुपुर अनुमंडल के मारगोमुण्डा से गिरफ्तार इकराम अंसारी की लॉक डाउन में नौकरी छूट गई थी. आरोप है कि इसके अलावा उसे कम समय में अधिक कमाई का लालच आ गया. इसके बाद उसने घर से ही साइबर अपराध करना शुरू किया. बाद में अपने साथ भाई और अन्य सगे संबंधियों को भी जोड़ लिया. इसमें अपनी तकनीकी जानकारी का इस्तेमाल कर वह लोगों को निशाना बनाने लगा. हालांकि आरोपी इमरान के पिता मोहम्मद अंसारी ने उसे फंसाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि उनकी दुश्मनी के चलते कुछ लोगों ने उनके बेटे का नाम आरोपियों की सूची में शामिल करा दिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.