देवघरः शहर के बीचो बीच शनिवार को उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब अचानक सेंट्रल जेल का इमरजेंसी सायरन बजने (Suddenly Emergency Siren Of Jail Started Ringing) लगा. इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता जेल के ठीक सामने नगर थाना से थाना प्रभारी समेत तमाम पुलिस कर्मी और जवान अपने-अपने हथियार के साथ जेल की तरफ भागे और अंदर दाखिल हो गए.
ये भी पढे़ं-सिमडेगा पुलिस को मिली मॉक ड्रिल की ट्रेनिंग, विधि-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वाले नपेंगे
सुरक्षा जांचने के लिए मॉक ड्रिल किया गया थाः एक पल के लिए तो ऐसा लगा कि जेल के भीतर कुछ तो बड़ा हुआ है, लेकिन जेल के भीतर का नजारा देखकर माजरा समझते देर न लगी. दरअसल, जैसा समझकर पुलिसकर्मी हथियार से लैस होकर जेल के भीतर दाखिल हुए थे, अंदर वैसा कुछ भी नहीं था, बल्कि यह जेल प्रशासन की तरफ से सुरक्षा जांचने के लिए एक मॉक ड्रिल की गई (Mock Drill To Check Security Of Jail)थी.
दुमका सेंट्रल जेल के बाहर संतरी पर फायरिंग हुई थीः आपको बता दें कि बीते शुक्रवार को दुमका सेंट्रल जेल के बाहर बेखौफ बदमाशों ने सुरक्षा में तैनात संतरी के उपर फायरिंग की थी. जिसके बाद राज्य के तमाम जेलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इसी को लेकर देवघर सेंट्रल जेल की सुरक्षा जांचने के लिए मॉक ड्रिल की गई थी.
एसपी के निर्देशानुसार जेल का सायरन बजाया गया थाः बताया जाता है कि देवघर के पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र जाट के निर्देशानुसार देवघर सेंट्रल जेल में सुरक्षा-व्यवस्था को जांचने के लिए सायरन बजाया गया (Checking Of Security System In Central Jail) था, लेकिन बगल में नगर थाना होने के कारण किसी अनहोनी की आशंका को लेकर पुलिस के जवान अपने हथियार लेकर जेल की ओर दौड़ पड़े थे. हालांकि जेल पहुंचने के बाद माजरा सब कुछ समझ में आ गया और फिर सभी पुलिस पदाधिकारी और जवान थाना लौट गए.