देवघरः देवघर के एक मात्र कोयला माइंस चितरा में ट्रक ऑनर एसोसिएशन और माइंस प्रबंधन के बीच विवाद गहराता जा रहा है (Chitra SP Mines And Truck Owners Deadlock ). इधर देवघर के चितरा में एसपी माइंस प्रबंधन और ट्रक ओनर एसोसिएशन के बीच जारी गतिरोध की वजह से पिछले 5 दिनों से कोयला लोडिंग का कार्य बाधित है.
ये भी पढ़ें-हजारीबाग में महाविद्यालय युवा महोत्सव की चल रही तैयारियां, कुलपति ने की समीक्षा बैठक
ट्रक ओनर एसोसिएशन ने चितरा कोलियरी प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रबंधन ने बिडिंग की शर्त के मुताबिक उच्च गुणवत्ता यानी जी-6 क्वालिटी की कोयला देने की बात कही थी, अब उससे मुकर रहा है जिसकी वजह से उन्हें काफी नुकसान हो रहा है. इतना ही नहीं, कोलयरी से कोयला उठाव नहीं होने की वजह से प्रबंधन को भी करोड़ों का नुकसान हो रहा है.
हड़ताल पर डटे ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष पप्पू भोक्ता ने बताया कि प्रबंधन के साथ जिस क्वालिटी और जिस दर का कोयले को लेकर करार हुआ था उसे पूरा नहीं किया जा रहा है. करार के उलट प्रबंधन निम्न गुणवात्ता वाले कोयले को उठाने के लिए दवाब बना रहा है जिससे बिडिंग में एडवांस पैसा लगा चुके लोगों को नुकसान हो रहा है.
आपको बता दें कि ट्रक ओनर्स का आरोप है कि कोलियरी में कोयले के उठाव को लेकर एसपी माइंस प्रबंधन और बिडिंग लगाने वालों के बीच जिस शर्त पर दस्तखत किए गए थे उसके मुताबिक उच्च गुणवत्ता वाले कोयले के उठाव की बात कही गई थी. लेकिन अब जब कोयला देने की बारी आई तो एसपी माइंस चितरा के जीएम द्वारा उन पर निम्न कोटि के कोयले को उठाने के लिए लगातार दबाव बनाया जाने लगा. इससे नाराज ट्रक ओनर एसोसिएशन ने कोयला उठाने से इंकार कर दिया है और पिछले 5 दिनों से कोयले का उठाव बंद है.