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चतरा: बदहाल सड़क, मुसीबत में मुसाफिर और मौज में जिम्मेदार - Water on road in Chatra

चतरा के सिमरिया में जर्जर सड़क के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है. डाड़ी-तेतरमोड सड़क यहां का मुख्य मार्ग है, जहां से सैकड़ों गाडि़यां हर दिन गुजरती है. बदहाल सड़क को फिर से बनाने के लिए जिला प्रशासन को कई बार लिखित आवेदन भी दिया गया, लेकिन प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.

People facing problems due to bad road in chatra
बदहाल सड़क
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Published : Jan 3, 2020, 10:14 PM IST

चतरा: जिले के सिमरिया प्रखंड में पांच किलोमीटर लंबी डाड़ी से तेतरमोड तक की सड़क जर्जर हो गई है. बारिश के कारण सड़क में हुए गड्ढे में पानी भर गया है, जिससे आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. इस मार्ग पर आए दिन हादसे होते रहते हैं, लेकिन जिला प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.

देखें पूरी खबर

इस सड़क से किसान हर दिन साग सब्जी बेचने बाजार ले जाते हैं. बच्चे भी इसी रास्ते से स्कूल आते-जाते हैं. लोगों को प्रखंड मुख्यालय तक पहुंचने में आधे घंटे के बजाय एक घंटा लग जाता है. गांव में अगर कोई बीमार हो गया, तो मरीजों को इलाज के लिए सिमरिया और हजारीबाग ले जाना पड़ता है. जर्जर सड़क के कारण हॉस्पिटल तक पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

इसे भी पढ़ें:- अफीम की खेती करने वालों पर अब IB की नजर, पुलिस मुख्यालय ले रहा संज्ञान

डाड़ी-तेतरमोड ग्रामीण सड़क का निर्माण वर्ष 2007 में आरईओ विभाग ने करवाया था. निर्माण के बाद एक बार भी सड़क की मरम्मत नहीं हुई. 3 साल से ग्रामीण जिला प्रशासन से सड़क निर्माण कराने की मांग करते आ रहे हैं.

सड़क खराब होने से लगभग 20 गांव के लोगों को दिक्कत हो रही है. ग्रामीणों का कहना है कि जर्जर सड़क के कारण काफी परेशानी हो रही है. वहीं राजद के अल्पसंख्यक प्रदेश सचिव ने कहा कि यह मुख्य मार्ग है, क्षेत्र के लोगों के लिए यह सड़क जीवन रेखा है. उन्होंने बताया कि पिछले 5 साल बीजेपी की सरकार रही, लेकिन क्षेत्र में विकास का कार्य नहीं हुआ, अब राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठबंधन की सरकार आ गई है, जिनसे कोई उम्मीद भी है.

चतरा: जिले के सिमरिया प्रखंड में पांच किलोमीटर लंबी डाड़ी से तेतरमोड तक की सड़क जर्जर हो गई है. बारिश के कारण सड़क में हुए गड्ढे में पानी भर गया है, जिससे आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. इस मार्ग पर आए दिन हादसे होते रहते हैं, लेकिन जिला प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.

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इस सड़क से किसान हर दिन साग सब्जी बेचने बाजार ले जाते हैं. बच्चे भी इसी रास्ते से स्कूल आते-जाते हैं. लोगों को प्रखंड मुख्यालय तक पहुंचने में आधे घंटे के बजाय एक घंटा लग जाता है. गांव में अगर कोई बीमार हो गया, तो मरीजों को इलाज के लिए सिमरिया और हजारीबाग ले जाना पड़ता है. जर्जर सड़क के कारण हॉस्पिटल तक पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

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डाड़ी-तेतरमोड ग्रामीण सड़क का निर्माण वर्ष 2007 में आरईओ विभाग ने करवाया था. निर्माण के बाद एक बार भी सड़क की मरम्मत नहीं हुई. 3 साल से ग्रामीण जिला प्रशासन से सड़क निर्माण कराने की मांग करते आ रहे हैं.

सड़क खराब होने से लगभग 20 गांव के लोगों को दिक्कत हो रही है. ग्रामीणों का कहना है कि जर्जर सड़क के कारण काफी परेशानी हो रही है. वहीं राजद के अल्पसंख्यक प्रदेश सचिव ने कहा कि यह मुख्य मार्ग है, क्षेत्र के लोगों के लिए यह सड़क जीवन रेखा है. उन्होंने बताया कि पिछले 5 साल बीजेपी की सरकार रही, लेकिन क्षेत्र में विकास का कार्य नहीं हुआ, अब राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठबंधन की सरकार आ गई है, जिनसे कोई उम्मीद भी है.

Intro:चतरा: बदहाल सड़क, मुसीबत में मुसाफिर और मौज में जिम्मेदार

चतरा जिले के सिमरिया प्रखंड के पांच किलोमीटर लंबी डाड़ी तेतरमोड ग्रामीण सड़क जर्जर हो गई है। सड़क पर अनगिनत गड्ढे हो गए हैं। बारिश की वजह से सड़क में हुए गड्ढे में पानी भर गया है, जिसमें आवागमन में परेशानी हो रही है। उक्त पथ पर आए दिन हादसे होते रहते हैं। इसी सड़क से किसान हर दिन साग सब्जी बेचने बाजार ले जाते हैं। बच्चे भी इसी रास्ते से स्कूल आते जाते हैं। लोगों को प्रखंड मुख्यालय पहुंचने में आधे घंटे की जगह एक घंटा लग जाता है। गांव में अगर कोई बीमार हो गया, तो उसे इलाज के लिए सिमरिया व हजारीबाग ले जाने में बहुत परेशानी होती है। डाड़ी तेतरमोड ग्रामीण सड़क का निर्माण वर्ष 2007 में आरईओ विभाग द्वारा कराया गया था। निर्माण के बाद एक बार भी सड़क की मरम्मत नहीं हुई। 3 वर्ष से ग्रामीण जिला प्रशासन से सड़क निर्माण कराने की मांग करते आ रहे हैं।

1. बाईट: स्थानीय ग्रामीण
2. बाईट: राजद के अल्पसंख्याक के प्रदेश सचिव, मो.फारूकBody:सड़क खराब होने से डाड़ी, एदला व पुण्डरा गांव पंचायत के चौथा, जातराही, खूटेरवा, एदला, तुंबापतरा, मुरवे, सहित 20 गांव के 15 हजार लोग प्रभावित हैं। उक्त गांव के लोग इस सड़क से सिमरिया, टंडवा, बगरा, जबड़ा, चतरा, हजारीबाग, रामगढ़, रांची आदि शहरों में आना-जाना करते हैं। सड़क की दुर्दशा से इस क्षेत्र के लोग काफी परेशान है। गांव के ग्रामीणों का कहना है कि सड़क बहुत जर्जर हो गई है। आने जाने में बहुत परेशानी होती है। सड़क खराब रहने के कारण दूसरे गांव के लोग यहां रिश्ता करने से कतराते हैं। Conclusion:वहीं राजद के अल्पसंख्यक के प्रदेश सचिव ने कहा कि डाड़ी तेतरमोड मुख्य पथ है। क्षेत्र के लोगों के लिए जीवन रेखा है। इस पथ से रोजाना सैकड़ों लोग आवागमन करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल भाजपा की सरकार रही लेकिन क्षेत्र में विकास का कार्य नहीं हुआ। अब राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठबंधन की सरकार आ गई है, सरकार को एक लिखित आवेदन देकर इस मुख्य पथ को मरम्मत करने की मांग करेंगे।
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