चतरा: जिले के सिमरिया प्रखंड में पांच किलोमीटर लंबी डाड़ी से तेतरमोड तक की सड़क जर्जर हो गई है. बारिश के कारण सड़क में हुए गड्ढे में पानी भर गया है, जिससे आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. इस मार्ग पर आए दिन हादसे होते रहते हैं, लेकिन जिला प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.
इस सड़क से किसान हर दिन साग सब्जी बेचने बाजार ले जाते हैं. बच्चे भी इसी रास्ते से स्कूल आते-जाते हैं. लोगों को प्रखंड मुख्यालय तक पहुंचने में आधे घंटे के बजाय एक घंटा लग जाता है. गांव में अगर कोई बीमार हो गया, तो मरीजों को इलाज के लिए सिमरिया और हजारीबाग ले जाना पड़ता है. जर्जर सड़क के कारण हॉस्पिटल तक पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
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डाड़ी-तेतरमोड ग्रामीण सड़क का निर्माण वर्ष 2007 में आरईओ विभाग ने करवाया था. निर्माण के बाद एक बार भी सड़क की मरम्मत नहीं हुई. 3 साल से ग्रामीण जिला प्रशासन से सड़क निर्माण कराने की मांग करते आ रहे हैं.
सड़क खराब होने से लगभग 20 गांव के लोगों को दिक्कत हो रही है. ग्रामीणों का कहना है कि जर्जर सड़क के कारण काफी परेशानी हो रही है. वहीं राजद के अल्पसंख्यक प्रदेश सचिव ने कहा कि यह मुख्य मार्ग है, क्षेत्र के लोगों के लिए यह सड़क जीवन रेखा है. उन्होंने बताया कि पिछले 5 साल बीजेपी की सरकार रही, लेकिन क्षेत्र में विकास का कार्य नहीं हुआ, अब राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठबंधन की सरकार आ गई है, जिनसे कोई उम्मीद भी है.