चतरा: झारखंड में भी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. वहीं, जिले के लोगों के अंदर संक्रमण का भय नहीं दिख रहा है. लोग धड़ल्ले से घरों से बाहर निकल रहे हैं और जरूरी सामान खरीदने के नाम पर सोशल डिस्टेंसिंग का न सिर्फ माखौल उड़ा रहे हैं, बल्कि सरकार के निर्देशों का धड़ल्ले से उल्लंघन भी कर रहे हैं.
झारखंड और बिहार की सीमा पर स्थित चतरा जिले के प्रतापपुर प्रखंड अंतर्गत एघारा पंचायत में लॉकडाउन के बावजूद न सिर्फ साप्ताहिक हाट में दुकानें सज रही हैं, बल्कि ग्रामीणों का हुजूम भी उमड़ रहा है. दुकानों में खरीदारी करने वाले लोग ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और ना ही सरकारी निर्देशों का पालन. ऐसे में यहां कोरोना के संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है. यह इलाका बिहार के गया और औरंगाबाद जिला के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित है. ऐसे में अगर लोग नहीं सचेत हुए, तो उन इलाकों में हुए संक्रमण का असर चतरा तक पहुंचने में समय नहीं लगेगा. बता दें कि यही स्थिति जिला मुख्यालय के पोस्ट ऑफिस चौक पर स्थित रेड क्रॉस सोसाइटी कार्यालय का भी है. यहां संचालित सामुदायिक किचन में भी भोजन करने वालों की भीड़ उमड़ रही है. ऐसे में ना तो रेड क्रॉस सोसाइटी के सदस्यों के जरिए सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराया जा रहा है और ना ही भोजन के लिए यहां पहुंचने वाले लोग लॉकडाउन के साथ-साथ सामाजिक दूरी जैसे महत्वपूर्ण निर्देशों को मान रहे हैं.
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हालांकि, लॉकडाउन के बावजूद प्रखंड क्षेत्र में गैरकानूनी तरीके से सजने वाले हाट बाजार के बाबत पूछे जाने पर प्रतापपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी यादव बैठा कार्यवाही की बात जरूर कर रहे हैं. बीडीओ ने बताया कि वह थाना प्रभारी के साथ लगातार क्षेत्र का दौरा कर लोगों से न सिर्फ लॉकडाउन का अनुपालन करने की अपील कर रहे हैं, बल्कि जो लोग बेवजह सड़कों पर निकल रहे हैं उनके विरूद्ध सख्ती भी बरती जा रही है.