चतरा: मोहम्मद अहसान अंसारी का शव पिछले एक सप्ताह से विदेश में पड़ा हुआ है. परिजन उसके शव को वापस भारत लाने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं. लेकिन कागजी प्रक्रिया और आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण इसमें कामयाब नहीं हो पा रहे हैं. परिजनों ने सरकार से एहसान के शव वापसी के लिए सरकार से गुहार लगाई है.
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मोहम्मद अहसान अंसारी जिले के घोर नक्सल प्रभावित गिद्धौर प्रखंड के घटेरी गांव के रहने वाले थे. उनका शव पिछले एक सप्ताह से वतन वापसी के इंतजार में सऊदी अरब में पड़ा है. जानकारी के मुताबिक एक हफ्ते पहले सऊदी अरब के जद्दा इलाके में हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई. जिसकी सूचना उनके परिजनों को मिली. तब से उनके परिजन और सगे संबंधी एहसान के शव को सऊदी अरब से भारत लाने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन उनका यह प्रयास सफल नहीं हो पा रहे हैं.
रोजगार की तलाश में एहसान गए थे विदेश: परिजनों के अनुसार नौ महीने पहले एहसान अंसारी सऊदी अरब रोजगार की तलाश में गए थे. एहसान सऊदी अरब में ड्राइविंग का काम करते थे. 2025 के अगस्त महीने में वह लंबे समय बाद अपने वतन और अपने घर आने वाले थे. लेकिन शायद कुदरत को यह मंजूर नहीं था. काम के दौरान सऊदी अरब में ही हार्ड अटैक से उनकी मौत हो गई. एहसान की मौत की सूचना मिलने के बाद परिजन उनके जनाजे को वतन लाने के लिए परेशान हैं. वही गांव में मातम छाया हुआ है. परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. परिजन सऊदी अरब से शव के आने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन एहसान का शव घर कैसे आएगा, यह चिंता उनके परिजनों को और भी सता रहा है.
जिला प्रशासन से मदद की गुहार: एहसान के परिजनों ने सरकार और जिला प्रशासन से शव को वापस लाने में मदद की गुहार लगाई है. परिजनों का कहना है कि वह सऊदी अरब के थानों और विदेश मंत्रालय का चक्कर काटकर थक चुके हैं. उनकी हालत भी ऐसी नहीं है कि वह सऊदी अरब जाकर एहसान के शव को ला सके. ऐसे में अगर जिला प्रशासन मानवीय संवेदना के आधार पर थोड़ी सी दरियादिली दिखा दे तो परिजनों को एहसान का आखरी दीदार होने के साथ-साथ मृतक को वतन की दो गज जमीन मयस्सर हो जाएगी.