चतरा: जिले के चतरा-पलामू बॉर्डर पर नौडीहा जंगल में सोमवार (3 अप्रैल) की सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में चतरा पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने मुठभेड़ में पांच नक्सलियों को मार गिराया. डीआईजी नरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि नक्सलियों के विरुद्ध मुठभेड़ में शामिल पुलिस व सीआरपीएफ के अधिकारियों व जवानों को पुरस्कृत किया जाएगा. नक्सलियों के विरुद्ध घोषित किए गए 60 लाख रुपये की इनाम की राशि अधिकारियों और जवानों के बीच वितरित किए जाएंगे. अभियान में बेहतर कार्य करने वाले अधिकारियों का नाम गैलंट्री अवॉर्ड के लिए भी भेजा जाएगा.
ये नक्सली हुए ढेर: 25-25 लाख रुपए के दो इनामी नक्सली सैक मेंबर सुरेश पासवान उर्फ गौतम पासवान उर्फ बड़का दा, तथा अजीत उराव उर्फ चार्लिस गंझू तथा तीन सब जोनल कमांडर अजय यादव उर्फ नंदू, अमर गंझू उर्फ अमन तथा संजीत भुईंया को मार गिराया है. मारा गया नक्सली गौतम पासवान मूल रूप से बिहार के डुमरिया थाना क्षेत्र के मोहरांव गांव का रहने वाला था. फिलहाल उसका परिवार चतरा जिले के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के बभने गांव में रह रहा है. सैक मेंबर अजीत उर्फ चार्लिस लातेहार जिले के बरियातू थाना क्षेत्र के नचना गांव का रहने वाला था. सब जोनल कमांडर अमर गंझू लावालौंग थाना क्षेत्र के सौरू नावाडीह गांव का रहने वाला था. अजय यादव उर्फ नंदू लावालौंग थाना क्षेत्र के सीकनी गांव का रहने वाला था. जबकि सब जोनल कमांडर संजीत भुईंया बिहार के मैराग थाना क्षेत्र के हरली गांव का रहने वाला था.
नक्सलियों पर था 60 लाख रुपये का इनाम : पुलिस की मुठभेड़ में मारे गए 5 नक्सलियों में से चार नक्सलियों के विरुद्ध सरकार ने इनाम घोषित कर रखा था. सैक मेंबर गौतम पासवान के विरुद्ध सरकार ने 25 लाख रुपए इनाम घोषित कर रखा था. इसी तरह सैक मेंबर अजीत उराव उर्फ चार्लिज के विरुद्ध भी 25 लाख रुपए का इनाम घोषित था. जबकि सब जोनल कमांडर अमर गंझू व अजय यादव उर्फ नंदू के विरुद्ध पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था.
चतरा पुलिस के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि: डीआईजी नरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि चतरा पुलिस के लिए यह ऐतिहासिक उपलब्धि है. अभियान में लावालौंग थाना पुलिस के साथ-साथ चतरा सीआरपीएफ 190 बटालियन, सीआरपीएफ पलामू 134 बटालियन तथा कोबरा 203 बटालियन के जवान शामिल थे. डीआईजी ने बताया कि चतरा एसपी राकेश रंजन को सूचना प्राप्त हुई थी की नक्सलियों का एक दल सैक सदस्य गौतम पासवान के नेतृत्व में लावालौंग थाना क्षेत्र के नौडीहा जंगल में एकत्र हुए हैं. उक्त सूचना पर चतरा पुलिस पलामू पुलिस के साथ कोऑर्डिनेट कर अभियान चलाया. जंगल में पुलिस को देखते ही नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. जिसमें उपरोक्त पांचों नक्सली मारे गए. डीआईजी ने कहा कि नक्सलियों के पास अभी भी समय है. जो भी दो-चार नक्सली बचे हुए हैं, वे सरकार के सरेंडर नीति का लाभ उठाते हुए आत्मसमर्पण कर दें. अन्यथा पुलिस का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा. नक्सलियों को इसी तरह अंजाम भुगतना पड़ेगा. डीआईजी ने कहा कि एक साथ सभी इनामी नक्सलियों के मारे जाने से चतरा जिले का मध्य जोन से पूरी तरह से नक्सलियों का सफाया हो गया है.
एफएसएल और फॉरेंसिक टीम पहुंची लावालौंग: सिमरिया थाना प्रभारी विवेक कुमार और नक्सल सेल प्रभारी विनोद यादव के साथ घटनास्थल पर रवाना हुई. लावालौंग थाना क्षेत्र के नाडिया जंगल स्थित घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच करेगी. फॉरेंसिक जांच के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा जाएगा. दंडाधिकारी के रूप में मौके पर कार्यपालक दंडाधिकारी विपिन दुबे, सदर अंचल अधिकारी भागीरथ महतो और बीडीओ गणेश रजक तैनात हैं.
ये हथियार किए बरामद: मुठभेड़ के बाद पुलिस ने नक्सलियों का हथियार व कारतूस भी बरामद किया है. पुलिस ने नक्सलियों का दो एके-47 राइफल, एक इंसास राइफल, दो देसी राइफल, काफी मात्रा में कारतूस, वॉकी टॉकी नक्सली साहित्य व दैनिक उपयोग में आने वाला सामान बरामद किया है. एसपी ने बताया कि नक्सलियों के पास से बरामद एके 47 व इंसास राइफल पुलिस से लूटी गई है. पुलिस यह जांच कर रही है कि यह हथियार पुलिस से नक्सलियों ने कब लूटा था.