चतराः जिले में आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं. सड़क दुर्घटना में अब तक कई जान काल के गाल में समा चुकी है, जिसे रोकने के लिए सराकर ने कई नियम लागू किए हैं. इसके बावजूद जिला प्रशासन की बेरुखी से सिमरिया प्रखंड में हर गुरुवार को मौत का बाजार लगता है. सिमरिया-टंडवा के रोड के बीचो-बीच सब्जी मार्केट लगता है, जहां खरीदारी करने आने वाले लोगों को हमेशा हादसा होने का डर बना रहता है.
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दरअसल चतरा के टंडवा में एशिया की सबसे बड़ी कोल परियोजनाएं संचालित हो रही है. यहां से कोल ट्रांसपोर्टिंग में लगी कोल वाहनों की संचालन इसी रोड से होती है, जिससे लोग सड़क दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं. इस सड़क पर मौत थमने का नाम नहीं ले रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बाजार सड़क के बीचो-बीच लगता है, जहां खरीदारी करने में भी डर लगता है. लोगों का कहना है कि उन्हें मजबूर होकर वहां जाना पड़ता है. प्रशासनिक स्तर पर इसके लिए अब कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.