रांची: झारखंड के 24 जिलों में कानून व्यवस्था की स्थिति पर डीजीपी कमलनयन चौबे ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग की. वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया कि वह मॉब लिंचिंग की घटनाओं को हर हाल में रोक लगाएं.
डीजीपी ने जिलों के एसपी को कहा कि भीड़ के द्वारा अगर किसी को मारापीटा गया हो, तो उसका इलाज तत्काल करवाएं. ऐसी घटनाओं में अगर किसी की मौत हो जाए तो हर हाल में दोषियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई कराएं. डीजीपी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार सभी जिलों के एसपी को कार्रवाई का निर्देश दिया.
कानून के अनुसार रांची में हिंसा पर होगी कार्रवाई
वीडियो कांफ्रेंसिंग के संबंध में राज्य पुलिस के प्रवक्ता सह एडीजी अभियान मुरारीलाल मीणा ने कहा कि मॉब लिंचिंग के खिलाफ रांची में शुक्रवार को हुई हिंसा को लेकर कानून सम्मत कार्रवाई की जा रही है. एडीजी ने कहा कि किसी को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. एकरा मस्जिद के पास चाकूबाजी व राजेंद्र चौक के पास हिंसा- तोड़फोड़ के दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई का निर्देश रांची पुलिस को दिया गया है. एडीजी अभियान ने कहा कि किसी भी समुदाय के लोगों के साथ मारपीट करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. रांची एसएसपी को निर्देश दिया गया है कि सीसीटीवी व दूसरों स्रोतों से भीड़ में उत्पाद करने वालों को चिन्हित करें.
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पत्थलगड़ी पर कार्रवाई का आदेश
डीजीपी ने खूंटी व चाईबासा एसपी को विवादित पत्थलगड़ी के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश भी दिया. हाल के दिनों में दोनों जिलों में पत्थलगड़ी का मुद्दा काफी विवादित रहा है, पत्थलगड़ी नेताओं की गिरफ्तारी और सुखराम मुंडा के हत्यारों की गिरफ्तारी का आदेश खूंटी पुलिस को दिया गया है.
100 डायल पर करें बेहतर रिस्पांस
सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है कि 100 डायल पर आयीं शिकायतों को लेकर कार्रवाई करें. रिस्पांस टाइम घटाकर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश जिलों के एसपी को दिया गया है.