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फ्रांस में बजेगा झारखंड का डंका, कांस फिल्म फेस्टिवल में 'लोहरदगा' और 'फुलमानिया' मचाएगी धूम

कांस फिल्म फेस्टिवल 2019 में झारखंड में बनी दो फिल्में स्क्रीनिंग की जाएगी. लोहरदगा हिंदी भाषा में बनी बेहतरीन फिल्म मानी जा रही है, जबकि फुलमनिया नागपुरी भाषा की पहली फिल्म है, जो कांस फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जा रही है.

कांस फिल्म फेस्टिवल में 'लोहरदगा' और 'फुलमानिया' मचाएगी धूम
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Published : May 14, 2019, 1:09 PM IST

रांची: झारखंड के लिए गौरव की बात है पहली बार कांस फिल्म फेस्टिवल 2019 में झारखंड में बनी दो फिल्में स्क्रीनिंग की जाएगी.15 मई को शाम 6 बजे लोहरदगा और 16 मई को 10 बजे दिन में फुलमनिया का प्रीमियर किया जाएगा. दोनों फिल्मों की टीम कांस फिल्म फेस्टिवल 2019 में शामिल होने फ्रांस पहुंच चुकी है.

देखें पूरी खबर

गौरतलब है कि यह दोनों फिल्मों का निर्माण झारखंड के कई लोकेशन पर फिल्माया गया है. दोनों फिल्मों का स्क्रीनिंग एक साथ होने जा रहा है. लोहरदगा हिंदी भाषा में बनी बेहतरीन फिल्म मानी जा रही है, जबकि फुलमनिया नागपुरी भाषा की पहली फिल्म है, जो कांस फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जा रही है. दोनों ही फिल्मों में झारखंड के ज्वलंत मुद्दों को बड़े ही आकर्षक तरीके से दर्शाया गया है.

ये भी पढ़ें-कांग्रेस ने 'रामसे ब्रदर्स' से की PM मोदी और अमित शाह की तुलना, कहा- दोनों देश को डराने में हैं व्यस्त

फुलमनिया जहां डायनप्रथा पर आधारित है, तो वहीं लोहरदगा में देश-समाज की ज्वलंत समस्याओं को दिखाने की कोशिश की गई है. दोनों फिल्मों के निर्देशक झारखंड लोहरदगा के लाल विजय नाथ शाहदेव हैं.

गौरतलब, है कि इन दोनों फिल्मों का प्रदर्शन झारखंड फिल्म फेस्टिवल में भी किया गया था. उस दौरान भी ये दोनों फिल्मों ने सुर्खियां बटोरी थी. इन दोनों फिल्मों में झारखंड के 100 से ज्यादा स्थानीय कलाकारों ने भूमिका निभाया है. इसके अलावा दोनों फिल्मों में नागपुरी लोक संगीत और नृत्य को पहली बार बॉलीवुड-हॉलीवुड में देखा और सुना जाएगा, यह झारखंड के लिए गौरव की बात है.

रांची: झारखंड के लिए गौरव की बात है पहली बार कांस फिल्म फेस्टिवल 2019 में झारखंड में बनी दो फिल्में स्क्रीनिंग की जाएगी.15 मई को शाम 6 बजे लोहरदगा और 16 मई को 10 बजे दिन में फुलमनिया का प्रीमियर किया जाएगा. दोनों फिल्मों की टीम कांस फिल्म फेस्टिवल 2019 में शामिल होने फ्रांस पहुंच चुकी है.

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गौरतलब है कि यह दोनों फिल्मों का निर्माण झारखंड के कई लोकेशन पर फिल्माया गया है. दोनों फिल्मों का स्क्रीनिंग एक साथ होने जा रहा है. लोहरदगा हिंदी भाषा में बनी बेहतरीन फिल्म मानी जा रही है, जबकि फुलमनिया नागपुरी भाषा की पहली फिल्म है, जो कांस फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जा रही है. दोनों ही फिल्मों में झारखंड के ज्वलंत मुद्दों को बड़े ही आकर्षक तरीके से दर्शाया गया है.

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फुलमनिया जहां डायनप्रथा पर आधारित है, तो वहीं लोहरदगा में देश-समाज की ज्वलंत समस्याओं को दिखाने की कोशिश की गई है. दोनों फिल्मों के निर्देशक झारखंड लोहरदगा के लाल विजय नाथ शाहदेव हैं.

गौरतलब, है कि इन दोनों फिल्मों का प्रदर्शन झारखंड फिल्म फेस्टिवल में भी किया गया था. उस दौरान भी ये दोनों फिल्मों ने सुर्खियां बटोरी थी. इन दोनों फिल्मों में झारखंड के 100 से ज्यादा स्थानीय कलाकारों ने भूमिका निभाया है. इसके अलावा दोनों फिल्मों में नागपुरी लोक संगीत और नृत्य को पहली बार बॉलीवुड-हॉलीवुड में देखा और सुना जाएगा, यह झारखंड के लिए गौरव की बात है.

Intro:नोट- फिल्म के डायरेक्टर के साथ फोन पर बातचीत के आधार पर रिपोर्ट फाइल फुटेज पर ब्यूरो के निर्देशानुसार भेजी जा रही है फिल्म से जुड़े टीम मेंबर्स फिलहाल फ्रांस में है।


रेडी टू एयर...


रांची:

झारखंड के लिए गौरव की बात है पहली बार कांन्स फिल्म फेस्टिवल 2019 में झारखंड में बनी दो फिल्में स्क्रीनिंग की जाएगी .15 मई को शाम 6 बजे लोहरदगा और 16 मई को 10 बजे दिन में फुलमनिया का प्रीमियर किया जाएगा .दोनों फिल्मों की टीम कांन्स फिल्म फेस्टिवल 2019 में शामिल होने फ्रांस पहुंच चुकी है .


Body:गौरतलब है कि यह दोनों फिल्मों का निर्माण झारखंड के विभिन्न लोकेशन में फिल्माया गया है, दोनों फिल्मों का स्क्रीनिंग एक साथ होने जा रहा है. लोहरदगा हिंदी भाषा में बनी बेहतरीन फिल्म मानी जा रही है जबकि फुलमनिया नागपुरी भाषा की पहली फिल्म है जो कांन्स फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जा रही है, दोनों ही फिल्मों में झारखंड के ज्वलंत मुद्दों को बड़े ही आकर्षक तरीके से दर्शाया गया है. फुलमनिया जहां डायनप्रथा पर आधारित है तो वहीं लोहरदगा में देश-समाज की ज्वलंत समस्याओं को दिखाने की कोशिश की गई है ,दोनों फिल्मों के निर्देशक झारखंड लोहरदगा के लाल विजय नाथ शाहदेव हैं गौरतलब है कि इन दोनों फिल्मों का प्रदर्शन झारखंड फिल्म फेस्टिवल में भी किया गया था उस दौरान ये दोनों फिल्में सुर्खियां बटोरी थी .इन दोनों फिल्मों में झारखंड के 100 से ज्यादा स्थानीय कलाकारों ने भूमिका निभाया है, इसके अलावा दोनों फिल्मों में नागपुरी लोक संगीत और नृत्य को पहली बार बॉलीवुड- हॉलीवुड में देखा और सुना जाएगा यह झारखंड के लिए गौरव की बात है.


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