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झारखंड के 69 युवा नौकरी के लिए चले दुबई, मुख्यमंत्री ने दिया नियुक्ति पत्र

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Published : Feb 2, 2019, 1:46 PM IST

झारखंड के 69 युवाओं को दुबई में नौकरी मिली है. इन युवाओं को कंपनी के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में सीएम रघुवर दास ने नियुक्ति पत्र बांटा. इसमें ज्यादातर युवा खूंटी के पत्थलगड़ी वाले इलाके के हैं.

नियुक्ति पत्र बांटते सीएम

रांची: सरकार के खिलाफ कथित रूप से पत्थलगड़ी आंदोलन से प्रभावित हुए प्रदेश के खूंटी जिला के कुछ युवा रोजगार पाकर दुबई जाने की कतार में हैं. नक्सल प्रभावित खूंटी के अलावा उनके साथ सिमडेगा, सरायकेला खरसावां, गढ़वा समेत अन्य जिलों के युवा भी इस महीने के अंत तक दुबई की अलग-अलग कंपनियों में नौकरी करने जा रहे हैं.

नियुक्ति पत्र बांटते सीएम और युवाओं की प्रतिक्रिया।
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दरअसल, राज्य सरकार के कल्याण विभाग द्वारा प्रेजा फाउंडेशन के तहत दी गई ट्रेनिंग के बाद लगभग 69 युवाओं को दुबई की डालसको नामक कंपनी में नौकरी मिली है. इन युवाओं को शनिवार को कंपनी के प्रतिनिधियों के समक्ष मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अप्वाइंटमेंट लेटर बांटा.


राजधानी रांची के कांके इलाके में प्रेजा फाउंडेशन के कल्याण गुरुकुल में डेढ़ से दो महीने की ट्रेनिंग के बाद इन युवाओं को मिनिमम 24 हजार रुपये महीने मिलेंगे. फाउंडेशन के तरुण शुक्ला ने बताया कि इन युवकों को कंपनी की तरफ से अन्य सुविधाएं दी जाएंगी. उन्होंने बताया कि कंस्ट्रक्शन के व्यवसाय में लगी कंपनी ने इन्हें हायर किया है. इनमें से 15 लोगों को प्लंबर , 8 को इलेक्ट्रीशियन, 36 को बार बेंडिंग समेत अन्य को ट्रेड में नौकरी मिली है. यह कल्याण गुरुकुल का तीसरा बैच है.


सरायकेला खरसावां के विनीत टूटी ने कहा कि वो पहली बार झारखण्ड से बाहर जा रहे हैं. वहीं खूंटी के दीपक टोपनो ने बताया कि पत्थलगड़ी की वजह से उनका इलाका काफी चर्चा में रहा लेकिन अब वह विदेश जाकर नौकरी करेंगे और अपने इलाके की तस्वीर बदलेंगे.

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कांके रोड स्थित सीएम हाउस में इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य सरकार के कल्याण विभाग ने पिछले चार साल से ही कल्याण का काम शुरू किया है. उन्होंने कहा कि राज्य के ऊपर गरीबी का धब्बा लगा हुआ है. उसे हर हाल में मिटाना है.


उन्होंने कहा कि राज्य के मानव संसाधन को शिक्षित और प्रशिक्षित कर वैश्विक स्तर पर कंपनियों में भेजना है. उन्होंने कहा कि वैश्विक कंपनियों की तरफ से स्किल्ड ह्यूमन रिसोर्स की डिमांड है जिसे इस राज्य के युवा पूरा करेंगे.

इस मौके पर कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री ने कहा कि वह ट्रेड बताएं राज्य सरकार उस आधार पर युवा शक्ति प्रशिक्षित कर उनके पास भेजेगी.


प्रेजा फाउंडेशन राज्य के 21 जिलों में 25 कल्याण गुरुकुल चला रही है, जहां 12 अलग-अलग ट्रेड में युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. अब तक राज्य भर में 9000 से अधिक युवाओं को फाउंडेशन ने ट्रेनिंग दी है और उन्हें अलग-अलग कंपनियों में नियोजित किया जा चुका है.

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इस साल 5 नए कल्याण गुरुकुल खोजने की भी फाउंडेशन की योजना है. बता दें कि राज्य सरकार द्वारा फाउंडेशन को 2018 में कौशल विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए झारखंड सम्मान से विभूषित किया गया है.

रांची: सरकार के खिलाफ कथित रूप से पत्थलगड़ी आंदोलन से प्रभावित हुए प्रदेश के खूंटी जिला के कुछ युवा रोजगार पाकर दुबई जाने की कतार में हैं. नक्सल प्रभावित खूंटी के अलावा उनके साथ सिमडेगा, सरायकेला खरसावां, गढ़वा समेत अन्य जिलों के युवा भी इस महीने के अंत तक दुबई की अलग-अलग कंपनियों में नौकरी करने जा रहे हैं.

नियुक्ति पत्र बांटते सीएम और युवाओं की प्रतिक्रिया।
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दरअसल, राज्य सरकार के कल्याण विभाग द्वारा प्रेजा फाउंडेशन के तहत दी गई ट्रेनिंग के बाद लगभग 69 युवाओं को दुबई की डालसको नामक कंपनी में नौकरी मिली है. इन युवाओं को शनिवार को कंपनी के प्रतिनिधियों के समक्ष मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अप्वाइंटमेंट लेटर बांटा.


राजधानी रांची के कांके इलाके में प्रेजा फाउंडेशन के कल्याण गुरुकुल में डेढ़ से दो महीने की ट्रेनिंग के बाद इन युवाओं को मिनिमम 24 हजार रुपये महीने मिलेंगे. फाउंडेशन के तरुण शुक्ला ने बताया कि इन युवकों को कंपनी की तरफ से अन्य सुविधाएं दी जाएंगी. उन्होंने बताया कि कंस्ट्रक्शन के व्यवसाय में लगी कंपनी ने इन्हें हायर किया है. इनमें से 15 लोगों को प्लंबर , 8 को इलेक्ट्रीशियन, 36 को बार बेंडिंग समेत अन्य को ट्रेड में नौकरी मिली है. यह कल्याण गुरुकुल का तीसरा बैच है.


सरायकेला खरसावां के विनीत टूटी ने कहा कि वो पहली बार झारखण्ड से बाहर जा रहे हैं. वहीं खूंटी के दीपक टोपनो ने बताया कि पत्थलगड़ी की वजह से उनका इलाका काफी चर्चा में रहा लेकिन अब वह विदेश जाकर नौकरी करेंगे और अपने इलाके की तस्वीर बदलेंगे.

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कांके रोड स्थित सीएम हाउस में इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य सरकार के कल्याण विभाग ने पिछले चार साल से ही कल्याण का काम शुरू किया है. उन्होंने कहा कि राज्य के ऊपर गरीबी का धब्बा लगा हुआ है. उसे हर हाल में मिटाना है.


उन्होंने कहा कि राज्य के मानव संसाधन को शिक्षित और प्रशिक्षित कर वैश्विक स्तर पर कंपनियों में भेजना है. उन्होंने कहा कि वैश्विक कंपनियों की तरफ से स्किल्ड ह्यूमन रिसोर्स की डिमांड है जिसे इस राज्य के युवा पूरा करेंगे.

इस मौके पर कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री ने कहा कि वह ट्रेड बताएं राज्य सरकार उस आधार पर युवा शक्ति प्रशिक्षित कर उनके पास भेजेगी.


प्रेजा फाउंडेशन राज्य के 21 जिलों में 25 कल्याण गुरुकुल चला रही है, जहां 12 अलग-अलग ट्रेड में युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. अब तक राज्य भर में 9000 से अधिक युवाओं को फाउंडेशन ने ट्रेनिंग दी है और उन्हें अलग-अलग कंपनियों में नियोजित किया जा चुका है.

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इस साल 5 नए कल्याण गुरुकुल खोजने की भी फाउंडेशन की योजना है. बता दें कि राज्य सरकार द्वारा फाउंडेशन को 2018 में कौशल विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए झारखंड सम्मान से विभूषित किया गया है.

Intro:रांची। सरकार के खिलाफ कथित रूप से पत्थलगड़ी आंदोलन से प्रभावित हुए प्रदेश के खूंटी जिला के कुछ युवा रोजगार पाकर दुबई जाने की कतार में हैं। नक्सल प्रभावित खूंटी के अलावा उनके साथ सिमडेगा, सरायकेला खरसावां, गढ़वा समेत अन्य जिलों के युवा भी इस महीने के अंत तक दुबई की अलग-अलग कंपनियों में नौकरी करने जा रहे हैं।
दरअसल राज्य सरकार के कल्याण विभाग द्वारा प्रेजा फाउंडेशन के तहत दी गई ट्रेनिंग के बाद लगभग 69 युवाओं को दुबई की डालसको नामक कंपनी में नौकरी मिली है। इन युवाओं को शनिवार को कंपनी के प्रतिनिधियों के समक्ष मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अप्वाइंटमेंट लेटर बांटा।


Body:राजधानी रांची के कांके इलाके में प्रेजा फाउंडेशन के कल्याण गुरुकुल में डेढ़ से दो महीने की ट्रेनिंग के बाद इन युवाओं को मिनिमम 24 हजार रुपये महीने मिलेंगे। फाउंडेशन के तरुण शुक्ला ने बताया कि इन युवकों को कंपनी की तरफ से अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि कंस्ट्रक्शन के व्यवसाय में लगी कंपनी ने इन्हें हायर किया है। इनमें से 15 लोगों को प्लंबर , 8 को इलेक्ट्रीशियन, 36 को बार बेंडिंग समेत अन्य को ट्रेड में नौकरी मिली है। यह कल्याण गुरुकुल का तीसरा बैच है।
सरायकेला खरसावां के विनीत टूटी ने कहा कि वो पहली बार झारखण्ड से बाहर जा रहे हैं। वहीं खूंटी के दीपक टोपनो ने बताया कि पत्थलगड़ी की वजह से उनका इलाका काफी चर्चा में रहा लेकिन अब वह विदेश जाकर नौकरी करेंगे और अपने इलाके की तस्वीर बदलेंगे।


Conclusion:कांके रोड स्थित सीएम हाउस में इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य सरकार के कल्याण विभाग ने पिछले चार साल से ही कल्याण का काम शुरू किया है। उन्होंने कहा कि राज्य के ऊपर गरीबी का धब्बा लगा हुआ है। उसे हर हाल में मिटाना है। उन्होंने कहा कि राज्य के मानव संसाधन को शिक्षित और प्रशिक्षित कर वैश्विक स्तर पर कंपनियों में भेजना है। उन्होंने कहा कि वैश्विक कंपनियों की तरफ से स्किल्ड ह्यूमन रिसोर्स की डिमांड है जिसे इस राज्य के युवा पूरा करेंगे।

इस मौके पर कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री ने कहा कि वह ट्रेड बताएं राज्य सरकार उस आधार पर युवा शक्ति प्रशिक्षित कर उनके पास भेजेगी।
प्रेजा फाउंडेशन राज्य के 21 जिलों में 25 कल्याण गुरुकुल चला रही है, जहां 12 अलग-अलग ट्रेड में युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है । अब तक राज्य भर में 9000 से अधिक युवाओं को फाउंडेशन ने ट्रेनिंग दी है और उन्हें अलग-अलग कंपनियों में नियोजित किया जा चुका है।
इस साल 5 नए कल्याण गुरुकुल खोजने की भी फाउंडेशन की योजना है। बता दें कि राज्य सरकार द्वारा फाउंडेशन को 2018 में कौशल विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए झारखंड सम्मान से विभूषित किया गया है।
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