बोकारोः केंद्र सरकार के मजदूर और जन विरोधी नीति के खिलाफ केंद्रीय श्रमिक संगठनों की ओर से कोयला उद्योग में आगामी दो, तीन और चार जुलाई को तीन दिवसीय हड़ताल की घोषणा की गई है. हड़ताल को लेकर गुरुवार को सीसीएल के ढोरी, बीएंडके, कठारा एरिया के महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष संयुक्त मोर्चा की ओर से प्रदर्शन कर हड़ताल का नोटिस सौंपा गया.
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तीन दिवसीय हड़ताल की घोषणा
कार्यक्रम मे इंटक, एटक, सीटु, एचएमएस और बीएमएस सहित कई क्षेत्रिय श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि और कोयला कामगार शामिल हुए. कार्यक्रम में केंद्र सरकार की ओर से किए जा रहे कॉमर्शियल माइनिगं का विरोध, श्रम कानून में किए जा रहे परिवर्तन, कोयला खदानों का निजीकरण का पुरजोर विरोध किया गया. साथ ही सभी कोयला कामगारों से तीन दिवसीय हड़ताल को सफल बनाने की अपील की गई और संयुक्त मोर्चा की ओर से तीन दिवसीय हड़ताल को लेकर प्रबधंन को नोटिस सौंपा गया. बीजेपी का मजदूर संगठन भारतीय मजदूर संघ के नेता रविंद्र मिश्रा ने कहा कि सरकार हमारी हो या किसी की अगर मजदूरों के खिलाफ कोई नीति लाने का काम करती है तो इसका विरोध होगा. उन्होंने कहा कि अटल जी की सरकार के समय बीएमएस ने मजदूर विरोधी नीति का विरोध करने का काम किया था.