बोकारो: शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की असामयिक निधन के बाद यह सवाल उठने लगा है कि उनकी जगह कौन लेगा? डुमरी विधानसभा में उपचुनाव होगा तो उनके परिवार से चुनाव कौन लड़ेगा? अपनी मृत्यु के पहले उन्होंने अपनी स्थिति भांप ली थी. उन्होंने अस्वस्थता के साथ साथ अपने पुत्र अखिलेश महतो को राजनीतिक में उतारने के लिए अपने क्षेत्र में होने वाले लगभग सभी कार्यक्रमों में भेजने लगे थे या साथ में ले जाने लगे थे.
अखिलेश महतो हो सकते हैं उत्तराधिकारी: जगरनाथ महतो जितने समय वह बाहर रहे या इलाजरत थे, कार्यक्रम में भाग लेने से लेकर लोगों से मिलना जुलना या उनकी समस्या सुनने का काम अखिलेश ही करते थे. क्षेत्र में जगन्नाथ महतो के पुत्र अखिलेश महतो को उनका उनके उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है. डुमरी में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि अखिलेश ही यहां से उपचुनाव लड़ेंगे. जगरनाथ महतो की अंतेष्ठि में मौजूद जन सैलाब ने यह साबित कर दिया है कि वह जन नेता थे और उनके चाहने वालों की संख्या काफी है. चाहे वह अपना दल हो या विपक्ष सारे लोग उनकी जीवटता की प्रसंशा करते नजर आए.
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आप चिंता न करें, मैं हूँ न।
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पूरा झामुमो परिवार हमेशा आपके और आपके परिवार के साथ खड़ा रहेगा।
माटीपुत्र जगरनाथ महतो अमर रहें। pic.twitter.com/3ZDSWNXfrX
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— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) April 7, 2023
पूरा झामुमो परिवार हमेशा आपके और आपके परिवार के साथ खड़ा रहेगा।
माटीपुत्र जगरनाथ महतो अमर रहें। pic.twitter.com/3ZDSWNXfrXआप चिंता न करें, मैं हूँ न।
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पूरा झामुमो परिवार हमेशा आपके और आपके परिवार के साथ खड़ा रहेगा।
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सीएम ने भी दिया साथ देने का भरोसा: 07 अप्रैल को जब सीएम हेमंत सोरेन जगन्नाथ महतो के गांव अलारगो पहुंचे और उनकी पत्नी से मुलाकात की तब उन्होंने जगरनाथ महतो की पत्नी से के कहा कि जगन्नाथ जी की जगह तो कोई नहीं ले सकता है, लेकिन जेएमएम आपके साथ हमेशा खड़ा रहेगा. आगे वह परिवार के लिए अच्छा करेंगे. सीएम के इस आश्वासन को राजनीति से जुड़े लोग यह मानते है कि हेमंत सोरेन जगरनाथ महतो के एकलौते पुत्र अखिलेश महतो को कोई न कोई पद या टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार सकते हैं. अखिलेश के उम्र को लेकर चर्चा भी तेज है. उनकी आयु क्या है, क्या वह चुनाव लड़ सकते है? इधर अखिलेश महतो भी यह कह रहे हैं कि अगर पार्टी कोई जिम्मेदारी देगी तो, वह उसे निभाने के लिए तैयार हैं. वह पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी किसी संशय में नहीं रहने की बात कही है.