बोकारो: ईरान में आयोजित जूनियर विश्वकप कबड्डी प्रतियोगिता में भारतीय टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए खिताब अपने नाम किया. बोकारो के रहने वाले सागर कुमार भी इस विश्वकप विजेता भारतीय टीम के सदस्य थे. विश्वकप जीतने के बाद सागर कुमार को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. बिहार सरकार ने भी 31 लाख 25 हजार रुपए की नगद राशि देकर सागर को सम्मानित किया है. सम्मान पाने के बाद बोकारो आए सागर कुमार और उनके पिता ने इसके लिए बिहार सरकार और बिहार सरकार के खेल मंत्री का आभार जताया.
बता दें कि सागर कुमार मूलतः बिहार के रहने वाले हैं, लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई लिखाई बोकारो में रहकर की. उन्होंने कबड्डी खेलना भी बोकारो में ही शुरू किया. सागर ने कहा कि जो सम्मान बिहार सरकार ने उन्हें दिया है, उसके लिए वे बिहार सरकार और खेल मंत्री का आभार जताते हैं. सागर ने बताया कि उनके पिता भी खिलाड़ी थे, जिस कारण उन्होंने उनकी गलतियों को सुधारा. जिसके कारण आज वे इस मुकाम तक पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि उनसे प्रेरणा लेकर बिहार में ग्रामीण क्षेत्र और बोकारो के के लड़के-लड़कियां खेल के प्रति अपनी दिलचस्पी दिखाएं और आगे बढ़ें.
माता-पिता के लिए गौरव का पल: सागर के पिता विपिन कुमार ने बताया कि मेरे बेटे को जो सम्मान बिहार सरकार से मिला, वह मेरे जीवन के लिए सबसे खुशी का पल था. इस सम्मान से मेरे बेटे का बड़ा मनोबल बढ़ेगा और वह आगे भी देश के लिए मेडल लेने का काम करेगा. बेटे को मिले सम्मान के बाद मां भी काफी खुश नजर आई. सागर की मां कंचन सिंह ने कहा कि पढ़ाई के साथ बच्चों को खेल में भी ध्यान देने की जरूरत है. माता-पिता को उसके लिए बच्चों को प्रोत्साहित करते रहना चाहिए. मां ने कहा कि बच्चों को भी अपने माता-पिता का इसके लिए विश्वास जीतना चाहिए. माता-पिता को कभी धोखा नहीं देना चाहिए. उन्होंने बताया कि सागर के पिता बिपिन सिंह के अलावा भाई और चाचा भी कबड्डी खिलाड़ी हैं.