बोकारो: जिले के उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी राजेश सिंह ने बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग, कृषि, वन विभाग के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ सतर्क और सावधान रहने का निर्देश दिया है. साथ ही जिले के सभी पोल्ट्री फॉर्म और डोमेस्टिक वर्डस जैसे कबूतर, मूर्गा, कौआ और बत्तख आदि के संपर्क में आने वाले मरीजों के प्रति विशेष सतर्कता और निगरानी करने का निर्देश दिया है.
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लोगों से सावधीनी बरतने की अपील
उपायुक्त ने जिलेवासियों से अपील करते कहा कि कोरोना संक्रमण के साथ-साथ बर्ड फ्लू को लेकर सावधानी बरतना आपको और आपके परिवार को सुरक्षित रख सकती है. मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को उपायुक्त ने रैपिड एक्सन टीम का गठन करते हुए पीपीई किट, जरूरी कैमिकल और जेसीबी मशीन की उपलब्धता पहले से ही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
बर्ड फ्लू लक्षणों के बारे में दी जानकारी
डीसी ने बर्ड फ्लू का नमूना पशुपालन स्वास्थ्य और उत्पादकता संस्थान को भेजना सुनिश्चित करने का निदेश दिया है. उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे बुखार, नाक से खून निकलना, लगातार कफ आना, नाक बहना, सिर में दर्द, बदन दर्द, पेट के निचले हिस्से में दर्द, गले में सूजन और खराश, उल्टी और दस्त, सांस लेने में समस्या, इंफेक्शन, आंख आने के लक्षण हो सकते है.
बर्ड फ्लू से बचाव के तरीके
उन्होंने बताया कि बर्ड फ्लू प्रभावित क्षेत्रों में नॉनवेज न खाएं, मास्क पहनकर मुंह और नाक को ढंकें, लक्षण मिलने पर तुंरत डॉक्टर की सलाह लें, खाने से पहले हाथ धोएं और मृत पक्षियों से दूर रहने की सलाह दी.
रैपिड रिस्पांस टीम का गठन
जिला पशुपालन पदाधिकारी मनोज मणि ने बताया कि बोकारो जिला के सभी 9 प्रखंडों में ब्लड फ्लू की रोकथाम को लेकर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन कर दिया गया है. इस टीम में शामिल अधिकारियों की ओर से समय-समय पर ब्लड फ्लू के संक्रमण से बचाव हेतु जांच के नमूने एकत्र किए जा रहे हैं.