बोकारोः जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सकती है. क्योंकि मंगलवार से बोकारो जिले के सभी 108 एंबुलेंस के 84 चालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. हालांकि बोकारो जिले के सिविल सर्जन ने स्थिति से निपटने के लिए सरकारी एंबुलेंस से काम लेने की बात कही है, साथ ही चालकों के मांग पत्र को सरकार को भेजने की बात कही है. बोकारो जिले के सभी 84 चालक मंगलवार से हड़ताल पर चले गए हैं.
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सिविल सर्जन कार्यालय के समझ अनिश्चितकालीन हड़ताल करने वाले चालकों ने कहा कि हम लोगों और परिवार के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. घर परिवार चलाने में हम लोग पूरी तरह से अक्षम हो चुके हैं. पिछले 5 महीने का वेतन हम लोगों का बकाया है, जिसका भुगतान नहीं किया जा रहा है. कोरोना काल में जो प्रोत्साहन राशि देने की बात कही गई थी वह भी अभी तक हम लोगों को नहीं मिली है. इस संबंध में मांग करने पर बार-बार सिर्फ उन्हें आश्वासन ही दिया जा रहा है.
इसी को लेकर आज से हम लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया है. जब तक हमारे बकाया वेतन का भुगतान नहीं किया जाता है तब तक हम लोग हड़ताल पर रहेंगे. बार बार वेतन के लिए बोलने के 5 बाद भी वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है. एंबुलेंस चालकों की हड़ताल के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में मरीज को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ेगा उन्हें अधिक कीमतों पर प्राइवेट एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ेगा और उन्हें बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है. 108 एंबुलेंस से ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों खासकर गर्भवती महिलाओं को काफी राहत मिलती थी. लेकिन ड्राइवर्स के आंदोलन से ग्रामीण इलाके की स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है.