रांची: चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता और रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को कोविड-19 संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए रिम्स के पेइंग वार्ड से निकालकर डायरेक्टर के बंगले में बुधवार को शिफ्ट किया गया. इस पर झारखंड और बिहार बीजेपी ने जमकर निशाना साधा है. झारखंड बीजेपी ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार में लालू प्रसाद यादव के जेल में रहने के ठाठ तो देखिए अब उन्हें अस्पताल से निकालकर एक बंग्ले में शिफ्ट किया जा रहा है, वो भी सारी सुख सुविधाओं के साथ.
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साथ ही बीजेपी ने सवाल पूछा कि एक सजायाफ्ता पर इतनी मेहरबानी क्यों और जेल में दूसरे कैदी संक्रमित हो गए हैं. उनकी अनदेखी क्यों? दूसरी तरफ बिहार बीजेपी ने कहा कि पहले रिम्स में कब्जा किया, अब रिम्स के निदेशक के बंग्ले पर कब्जा कर दिया है. बिहार में जब सत्ता में थे तब बिहार की जनता के हक पर कब्जा किया. बिहार बीजेपी ने कहा कि कब्जा करना आरजेडी की पुरानी आदत है. वहीं, बिहार बीजेपी ने तेजस्वी यादव को टैग कर उनसे टिप्पणी करने के लिए भी कहा है. बता दें कि पिछले दिनों लालू यादव के तीन सेवदारों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जिला प्रशासन और रिम्स बंधन ने उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए निदेशक आवास को चिन्हित किया था. जहां सुरक्षा एवं साफ सफाई के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. जिला प्रशासन की ओर से कड़ी सुरक्षा के बीच लालू यादव को रिम्स के पेइंग वार्ड से निकालकर एंबुलेंस से रिम्स परिसर में ही स्थित निदेशक आवास में शिफ्ट किया गया.