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गुमला में भाकपा माओवादी के दो समर्थक गिरफ्तार, पोस्टर चिपकाकर फैलाते थे दहशत - Jharkhand crime news in Hindi

गुमला में दो नक्सली समर्थक गिरफ्तार हुए हैं, दोनों इलाके में पोस्टरबाजी कर दहशत फैलाते थे. इसके अलावा वे गांव में नक्सलियों के खाने पीने से लेकर सभी जरूरत की चीजें मुहैया कराते थे. गुमला पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर इन्हें गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ के दौरान कई खुलासे भी किए हैं.

Maoist supporters arrested in Gum
Maoist supporters arrested in Gum
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Published : Mar 25, 2022, 10:02 AM IST

गुमला: जिला के बिशुनपुर थाना क्षेत्र से पुलिस ने भाकपा माओवादी के दो सहयोगी जीरलाल उरांव और उपेंद्र उरांव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. गुमला एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कुम्हारी गांव के चार युवक रीजनल कमांडर रविंद्र गंजू के समर्थक हैं और पोस्टर चिपका कर लोगों के बीच दहशत फैलाते हैं. जिसके बाद पुलिस ने एक टीम का गठन किया और छापेमारी कर कुम्हारी गांव से दो नक्सली सहयोगी को गिरफ्तार किया.

इसे भी पढ़ें: नक्सलियों के अर्थतंत्र पर बड़े वार की तैयारी, राडार पर कई सफेदपोश मददगार


गुमला पुलिस को गिरफ्तार समर्थक के पास से नक्सली पर्चे भी बरामद हुए हैं. घर की तलाशी लेने पर भारी मात्रा में नक्सली पोस्टर, पम्पलेट एवं फोटोकॉपी मशीन पुलिस के हाथ लगी है. इधर पूछताछ में जीरलाल उरांव ने बताया कि रविंद्र गंजू ने पैसे देकर प्रिंटर मशीन खरीदने के लिए कहा और उसी मशीन से वे फोटो कॉपी कर नक्सली पोस्टर क्षेत्र में चिपकाते थे. उसने बताया कि इस काम में गांव के उपेंद्र उरांव, जमुना उरांव, राजेश सिंह और जितेंद्र उरांव भी उसकी मदद करते थे.

इलाके में कई बार पोस्टर बाजी की घटना सामने आई थी, जिसमें सभी चौक चौराहों एवं सरकारी भवन पर पोस्टर चिपकाये गये थे. वहीं, पुलिस की हरेक गतिविधियों की भी सूचना नक्सलियों तक पहुंचा कर उन्हें पहले ही सावधान कर दिया जाता था. इतना ही नहीं, ये नक्सली समर्थक गांव आने पर नक्सलियों को जरूरत के सारे समान से लेकर खाने पीने की सभी सामग्री तक भी जुटाने का काम करते थे. ऐसे में पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है.

जानकारी देते गुमला एसडीपीओ

गुमला: जिला के बिशुनपुर थाना क्षेत्र से पुलिस ने भाकपा माओवादी के दो सहयोगी जीरलाल उरांव और उपेंद्र उरांव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. गुमला एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कुम्हारी गांव के चार युवक रीजनल कमांडर रविंद्र गंजू के समर्थक हैं और पोस्टर चिपका कर लोगों के बीच दहशत फैलाते हैं. जिसके बाद पुलिस ने एक टीम का गठन किया और छापेमारी कर कुम्हारी गांव से दो नक्सली सहयोगी को गिरफ्तार किया.

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गुमला पुलिस को गिरफ्तार समर्थक के पास से नक्सली पर्चे भी बरामद हुए हैं. घर की तलाशी लेने पर भारी मात्रा में नक्सली पोस्टर, पम्पलेट एवं फोटोकॉपी मशीन पुलिस के हाथ लगी है. इधर पूछताछ में जीरलाल उरांव ने बताया कि रविंद्र गंजू ने पैसे देकर प्रिंटर मशीन खरीदने के लिए कहा और उसी मशीन से वे फोटो कॉपी कर नक्सली पोस्टर क्षेत्र में चिपकाते थे. उसने बताया कि इस काम में गांव के उपेंद्र उरांव, जमुना उरांव, राजेश सिंह और जितेंद्र उरांव भी उसकी मदद करते थे.

इलाके में कई बार पोस्टर बाजी की घटना सामने आई थी, जिसमें सभी चौक चौराहों एवं सरकारी भवन पर पोस्टर चिपकाये गये थे. वहीं, पुलिस की हरेक गतिविधियों की भी सूचना नक्सलियों तक पहुंचा कर उन्हें पहले ही सावधान कर दिया जाता था. इतना ही नहीं, ये नक्सली समर्थक गांव आने पर नक्सलियों को जरूरत के सारे समान से लेकर खाने पीने की सभी सामग्री तक भी जुटाने का काम करते थे. ऐसे में पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है.

जानकारी देते गुमला एसडीपीओ
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