रांची: सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर राजधानी के हज हाउस के सामने महिलाओं का प्रदर्शन लगातार जारी है. धरना पर बैठी महिलाएं एनआरसी, सीएए और एनपीआर के विरोध में पिछले 15 दिनों से लगातार शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही हैं. धरना पर बैठी महिलाओं ने विरोध करते हुए कहा कि देश में सरकार ने जो कानून लाया है उस कानून को वापस लिया जाए, क्योंकि यह कानून देश में भाईचारा के भावना को कम करता है.
धरना पर बैठी महिला शगुफ्ता यास्मीन बताती हैं कि वह अपने देश में एनआरसी, सीएए और एनपीआर कानून को लागू करने का विरोध करती हैं क्योंकि यह कानून देश को परेशान करने का काम कर रहा है. सरकार इस कानून को वापस ले तभी हम महिलाएं अपने आंदोलन को वापस लेंगे.
महिलाओं के शांतिपूर्ण प्रदर्शन को रोकने की बात सामने आई थी, लेकिन प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था ने महिलाओं के शांतिपूर्ण प्रदर्शन में कोई परेशानी नहीं आने दी.
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गौरतलब है कि एक तरफ समाज के एक वर्ग के लोग एनआरसी, सीएए और एनपीआर का विरोध कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर कुछ संगठन इसका जोरदार समर्थन भी कर रहे हैं. इसीलिए कई जगहों पर दो गुट आपस में भिड़ंत करते भी नजर आए हैं. इन सब के मद्देनजर राजधानी के हज हाउस के सामने महिलाओं का यह विरोध निश्चित रूप से जिला प्रशासन के लिए एक चुनौती बनी हुई है. हालांकि प्रदर्शन शांतिपूर्ण है और अभी तक इस प्रदर्शन से कोई आम जनजीवन प्रभावित होने की बात सामने नहीं आई है.