रांची: किसानों के हित का हवाला देकर मोदी सरकार द्वारा पारित तीन विधेयक के खिलाफ कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतर गई है. झारखंड कांग्रेस के नेता मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका में जुटे और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि तीनों विधेयक की वजह से देश के किसान गुलाम हो जाएंगे. कृषि सेक्टर पर चंद पूंजीपतियों का दबदबा हो जाएगा. किसानों को एमएसपी का लाभ नहीं मिलेगा. वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुबोध कांत सहाय ने कहा कि 2013 में यूपीए सरकार ने जमीन अधिग्रहण को लेकर एक कानून बनाया था. इसके तहत रैयत की जमीन लेने पर 4 गुना मुआवजा देने का प्रावधान था, लेकिन सत्ता में आते ही मोदी सरकार ने उस कानून को बदलने की कोशिश की और उसे मुंह की खानी पड़ी. इस बार किसानों के अधिकार क्षेत्र में सेंधमारी की गई है. कांग्रेस इसका विरोध सड़क से सदन तक करेगी.
सोशल डिस्टेंसिंग तार-तार
किसानों के हक की लड़ाई लड़ रहे कांग्रेसी नेता यह भूल गए कि कोरोना का प्रकोप अभी खत्म नहीं हुआ है. बापू वाटिका में सोशल डिस्टेंसिंग का जमकर उल्लंघन हुआ. इस कार्यक्रम में झारखंड सरकार में शामिल कांग्रेस के चारों मंत्री यानी बादल पत्रलेख, आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता और रामेश्वर उरांव भी मौजूद थे. इनके अलावा विधायक उमाशंकर अकेला, इरफान अंसारी, विक्सल कोंगाड़ी, प्रदीप यादव, दीपिका पांडे सिंह, सांसद गीता कोड़ा भी मौजूद थी, लेकिन प्रदर्शन इस कदर हो रहा था जैसे सामान्य दिनों में हुआ करता था.
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अहम बात है कि झारखंड कांग्रेस के मंत्री बादल पत्रलेख और बन्ना गुप्ता पहले ही संक्रमित हो चुके थे. कांग्रेस विधायक दीपिका पांडे और विक्सल कोंगाड़ी भी संक्रमित हो चुके थे. बावजूद इसके बापू वाटिका में सोशल डिस्टेंसिंग के नियम की धज्जियां उड़ाते हुए भीड़ जमा हुई. हालांकि, इस दौरान कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक दुबे सोशल डिस्टेंसिंग के पालन को लेकर बार-बार घोषणा कर रहे थे, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखा.