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जामताड़ाः छापेमारी करने गए थे खनन पदाधिकारी, ग्रमीणों ने घंटों बनाये रखा बंधक

जामताड़ा में अवैध बालू की तस्कारी की सूचने के बाद छापेमारी करने गए खनन पदाधिकारी को ग्रमीणों ने घंटों बंधक बना लिया. मामले की सूचना के बाद विधायक और पुलिस बल की सहायता के बाद पदाधिकारी को वहां से छुड़ाया गया.

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Published : Jul 14, 2019, 7:59 PM IST

खनन पदाधिकारी को ग्रमीणों ने बनाया बंधक

जामताड़ा: जिले में खनन पदाधिकारी को बालू घाट पर छापामारी करना महंगा पड़ गया. दरअसल छापेमारी करने गए खनन पदाधिकारियों को ग्रामीणों ने घंटों बंधक बनाकर रखा. पुलिस और स्थानीय विधायक की पहल पर घंटों बाद मामला शांत हुआ, बंधक बने जिला खनन पदाधिकारी को मुक्त कराया गया.

देखें पूरी खबर

मामला जामताड़ा सदर थाना क्षेत्र के गोल पहाड़ी गांव का है. जहां रविवार को रजिया नदी बालू घाट पर बालू की तस्करी की जा रही थी. इसकी सूचना मिलने के बाद खनन पदाधिकारी नदी किनारे छापामारी करने पहुंचे. इसी क्रम में अवैध बालू लदे दो ट्रैक्टर पकड़े गये. जिससे गुस्साए ग्रमीणों ने छापेमारी करने आए पदाधिकारी को गोल पहाड़ी गांव में पहाड़ पर चल रहे क्रशर और माइंस पर घंटों बंधक बनाए रखा.

मामले की सूचना पाकर पुलिस पदाधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. वहीं, स्थानीय विधायक इरफान अंसारी ने भी घटना की खबर सुन मौके पर पहुंच ग्रामीणों को किसी तरह समझा बुझा कर मामला शांत कराया.

इस दौरान विधायक ने कहा कि आदिवासी का जल, जंगल और जमीन छीना जा रहा है. उनके सामने रोजगार की समस्या है. एक बालू चल भी रहा है तो उसे रोका जा रहा है. जबकि नदी के दूसरे तट पर बालू की तस्करी का कार्य लगातार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पहाड़ और बालू स्थानीय लोगों का है.

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बालू लोड कर उनके घर-परिवार की मजदूरी चलती है. रोजगार का कोई साधन नहीं है, गांव में पहाड़ पर माइंस चल रहा है. जिसमें कुछ लोगों को रोजगार मिला है. ग्रमीणों ने कहा कि बालू बंद होगा तो पहाड़ पर क्रशर माइंस भी बंद होगा.

वहीं, जिला खनन पदाधिकारी से इस बारे में पूछा गया तो खनन पदाधिकारी ने कहा कि बालू घाट पर छापामारी करने पहुंचे थे. इसी दौरान वहां मौजूद लोग रोजगार की समस्या का समाधान करने की मांग करने लगे.

जामताड़ा: जिले में खनन पदाधिकारी को बालू घाट पर छापामारी करना महंगा पड़ गया. दरअसल छापेमारी करने गए खनन पदाधिकारियों को ग्रामीणों ने घंटों बंधक बनाकर रखा. पुलिस और स्थानीय विधायक की पहल पर घंटों बाद मामला शांत हुआ, बंधक बने जिला खनन पदाधिकारी को मुक्त कराया गया.

देखें पूरी खबर

मामला जामताड़ा सदर थाना क्षेत्र के गोल पहाड़ी गांव का है. जहां रविवार को रजिया नदी बालू घाट पर बालू की तस्करी की जा रही थी. इसकी सूचना मिलने के बाद खनन पदाधिकारी नदी किनारे छापामारी करने पहुंचे. इसी क्रम में अवैध बालू लदे दो ट्रैक्टर पकड़े गये. जिससे गुस्साए ग्रमीणों ने छापेमारी करने आए पदाधिकारी को गोल पहाड़ी गांव में पहाड़ पर चल रहे क्रशर और माइंस पर घंटों बंधक बनाए रखा.

मामले की सूचना पाकर पुलिस पदाधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. वहीं, स्थानीय विधायक इरफान अंसारी ने भी घटना की खबर सुन मौके पर पहुंच ग्रामीणों को किसी तरह समझा बुझा कर मामला शांत कराया.

इस दौरान विधायक ने कहा कि आदिवासी का जल, जंगल और जमीन छीना जा रहा है. उनके सामने रोजगार की समस्या है. एक बालू चल भी रहा है तो उसे रोका जा रहा है. जबकि नदी के दूसरे तट पर बालू की तस्करी का कार्य लगातार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पहाड़ और बालू स्थानीय लोगों का है.

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बालू लोड कर उनके घर-परिवार की मजदूरी चलती है. रोजगार का कोई साधन नहीं है, गांव में पहाड़ पर माइंस चल रहा है. जिसमें कुछ लोगों को रोजगार मिला है. ग्रमीणों ने कहा कि बालू बंद होगा तो पहाड़ पर क्रशर माइंस भी बंद होगा.

वहीं, जिला खनन पदाधिकारी से इस बारे में पूछा गया तो खनन पदाधिकारी ने कहा कि बालू घाट पर छापामारी करने पहुंचे थे. इसी दौरान वहां मौजूद लोग रोजगार की समस्या का समाधान करने की मांग करने लगे.

Intro:जामताड़ा जिला खनन पदाधिकारी को बालू घाट पर छापामारी करना मंहगा पड़ा। खनन पदाधिकारी को घंटों ग्रामीणों ने बंधक बनाकर रखा । पुलिस बल एवं स्थानीय विधायक इरफान अंसारी के पहल करने पर घंटों बाद मामला शांत हुआ तब जाकर कहीं बंधक बने जिला खनन पदाधिकारी मुक्त हुए।


Body:मामला जामतारा सदर थाना क्षेत्र के गोल पहाड़ी गांव की है। रविवार दिन जिला खनन पदाधिकारी रजिया नदी बालू घाट पर अवैध बालू की तस्करी की सूचना पाकर छापामारी करने पहुंचे थे। इसी क्रम में अवैध बालू लदे दो ट्रैक्टर गाड़ी पकड़ा ।जिससे बालू लोड कर रहे ग्रामीण मजदूर उत्तेजित हो गए और अपने रोजगार मजदूरी पर संकट देखते हुए जिला खनन पदाधिकारी अपने घेरे में ले लिया और उत्तेजित ग्रामीण मजदूर जिला खनन पदाधिकारी को गोल पहाड़ी गांव में पहाड़ पर चल रहे क्रेशर और माइंस पर ले जाकर घंटो बंधक बनाए रखा ।इस बात की सूचना पुलिस को मिलने पर जामताड़ा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर थाना के प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे साथ ही स्थानीय विधायक इरफान अंसारी घटना की खबर सुन मौके पर पहुंच विधायक इरफान अंसारी ने ग्रामीणों के साथ मामले को समझा और समझाने बुझाने का काम किया। तब जाकर कहीं मामला शांत हुआ और सुलझा।
विधायक का कहना था आदिवासी का जल जंगल जमीन छीना जा रहा है ।उनके सामने रोजगार की समस्या है ।एक बालू चल भी रहा है तो उसे रोका जा रहा है ।जबकि दूसरी नदी उस पार बालू की तस्करी का कार्य किया जा रहा है ।पहाड़ और बालू स्थानीय लोगों का है। स्थानीय लोगों के सहयोग से चलेगा स्थानीय ग्रामीण जनता का कहना था कि बालू लोड कर उनका घर परिवार मजदूरी चलता है ।रोजगार का कोई साधन नहीं है। गांव में पहाड़ पर माइंस चल रहा है ।जिसमें रोजगार कुछ लोगों को मिला है ।किसी को नहीं मिल पा रहा है ।ग्रामीणों का कहना था कि बालू बंद होगा तो पहाड़ पर क्रेशर माइंस भी बंद होगा। बालू चालू होगा तो पहाड़ भी चालू होगा ।जिला खनन पदाधिकारी से इस बारे में जब पूछा गया तो खनन पदाधिकारी का कहना था कि वह बालू घाट पर छापामारी करने पहुंचे थे। बालू गाड़ी पकड़े ।लेकिन जो गाड़ी पर मजदूर बालू लोड कर रहे थे अपने रोजगार की समस्या की मांग करने लगे।
बाईट स्थानीय ग्रामीण
बाईट विधायक इरफान अंसारी जामताड़ा
बाईट जिला खनन पदाधिकारी जामताड़ा


Conclusion:आपको बता दें कि जामताड़ा में बालू का उठाव एनजीटी के निर्देश पर रोक है। बावजूद जिला में अवैध तरीके से बालू
की तस्करी और कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा है ।जिसके पीछे बड़े बड़े कारोबारियों का हाथ रहता है ।यही नहीं जिले के पहाड़ पर के अस्तित्व पर संकट मंडराने लगा है ।सुप्रीम कोर्ट के रोक के बावजूद भी पहाड़ पर माइंस पट्टा दिया जा रहा है जहां खनन किया जा रहा है।
संजय तिवारी ईटीवी भारत जामताड़ा
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