रांची: झारखंड सरकार का शिक्षा विभाग आर्थिक रूप से कमजोर राज्य के विद्यार्थियों के लिए आकांक्षा-40 कोचिंग सेंटर संचालित कर उनके सपनों को साकार कर रहा है. अब इसी कोचिंग सेंटर को राज्य सरकार ISO से मान्यता दिलाने की कोशिश में है ताकि राष्ट्रीय स्तर पर इस कोचिंग सेंटर को पहचान मिले और इसमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों को फायदा हो.
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2016 में शुरू हुई थी शुरुआत
राज्य सरकार की ओर से 2016 में इस योजना की शुरुआत की गई थी. तब से राज्य के गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को इंजीनियर और डॉक्टर बनाने के लिए यह कोचिंग सेंटर मील का पत्थर साबित हो रहा है. इसमें राज्य स्तर पर बच्चों को चयनित कर दाखिला करवाया जाता है. उसके बाद इस सेंटर में मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी के साथ-साथ 12वीं की तैयारी भी निशुल्क करवाई जाती है. इसमें बच्चों के खाने-पीने की व्यवस्था के साथ रहने और तमाम खर्च सरकार की तरफ से ही वहन किया जाता है.
ISO की मान्यता के लिए प्रयास
यह कोचिंग सेंटर राज्य ही नहीं बल्कि देश का एक ऐसा निशुल्क कोचिंग सेंटर है, जहां हर वह सुविधा उपलब्ध है जिसकी जरूरत विद्यार्थियों को होती है. अत्याधुनिक उपकरणों से लैस जिला स्कूल परिसर में बनाये गए नए भवन में विद्यार्थियों के पठन-पाठन की पूरी व्यवस्था की गई है. अब शिक्षा विभाग इस इंस्टिट्यूट को आगे बढ़ाने के लिए आईएसओ (ISO) की मान्यता दिलाने को लेकर प्रयासरत है.
सभी विद्यार्थियों को दिया गया टैब
कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले तमाम विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लासेस के साथ-साथ ग्लोबल लेवल की जानकारी मिले इसके लिए टैब दिया गया है. इस सेंटर के निदेशक और शिक्षा उप निदेशक अरविंद विजय बिलुंग ने बताया कि आईएसओ की मान्यता मिलने से यह संस्थान और बेहतर होगा. राष्ट्रीय पटल पर इसका नाम होने से केंद्रीय स्तर से मिलने वाला लाभ भी यहां के विद्यार्थियों को मिलेगा