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आदिवासी संगठनों ने की सरना धर्म कोड की मांग, राज्य सरकार के विरोध में जमकर की नारेबाजी - रांची में आदिवासी संगठन ने सरना धर्म कोड की मांग की

रांची में आदिवासी समुदाय के लोग अपनी मांग को लेकर बिरसा चौक के सामने धरना प्रदर्शन किया. आदिवासी समुदाय के लोग अपनी मांग को लेकर बिरसा चौक के सामने धरना प्रदर्शन किया.

tribal Organizations demanded sarna code in ranchi
tribal Organizations demanded sarna code in ranchi
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Published : Sep 19, 2020, 10:43 PM IST

रांची: जिले में पिछले 2 दिनों से अलग-अलग जगहों पर आदिवासी समुदाय के लोग अपनी मांग को लेकर बिरसा चौक के सामने धरना प्रदर्शन किया. इसी कड़ी में शनिवार को राजधानी रांची के बिरसा चौक पर सरना धर्मावलंबियों की ओर से एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें राज्य के आदिवासियों ने सरना कोड लागू करने की अपील की और पूरे राज्य में आदिवासियों की संख्या को बताते हुए राज्य सरकार से अपील की, जल्द से जल्द सरकार सरना धर्म कोड को लागू करे.

ये भी पढ़ें-रिम्स की व्यवस्था पर चीफ जस्टिस नाराज, रजिस्टार जनरल के माध्यम से रिम्स प्रशासन से मांगा जवाब

क्या है सरना कोड

सरना एक धर्म है जो प्रकृतिवाद पर आधारित है और सरना धर्मावलंबी प्रकृति के उपासक होते हैं. झारखंड में 32 जनजाति हैं, जिनमें से आठ पीवीटीजी (परटिकुलरली वनरेबल ट्राइबल ग्रुप) हैं. यह सभी जनजाति हिंदू की ही कैटेगरी में आते हैं, लेकिन इनमें से जो ईसाई धर्म स्वीकार कर चुके हैं, वे अपने धर्म के कोड में ईसाई लिखते हैं. आदिवासी समुदाय अपनी धार्मिक पहचान को बनाए रखने के लिए सरना कोड की मांग कर रहे हैं.

रांची: जिले में पिछले 2 दिनों से अलग-अलग जगहों पर आदिवासी समुदाय के लोग अपनी मांग को लेकर बिरसा चौक के सामने धरना प्रदर्शन किया. इसी कड़ी में शनिवार को राजधानी रांची के बिरसा चौक पर सरना धर्मावलंबियों की ओर से एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें राज्य के आदिवासियों ने सरना कोड लागू करने की अपील की और पूरे राज्य में आदिवासियों की संख्या को बताते हुए राज्य सरकार से अपील की, जल्द से जल्द सरकार सरना धर्म कोड को लागू करे.

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क्या है सरना कोड

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