रांचीः बकाया वेतन की मांग को लेकर के HEC कर्मचारियों की हड़ताल 21वें दिन भी जारी है. प्रबंधन से अब तक कई दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला है. प्रभारी सीएमडी नलिन सिंघल भी एकदिवसीय दौरे के बाद से गायब हैं.
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HEC कर्मचारियों की हड़ताल का मसला राज्यपाल के समक्ष भी उठ चुका है. प्रबंधन सिर्फ एक माह का बकाया वेतन देने की बात कह रही है. जबकि मजदूरों का कहना है कि 6 माह के बकाया वेतन को कम से कम तीन किस्तों में देना चाहिए. इस वजह से एचईसी में कामकाज ठप है. पिछले दिनों प्लांट के भीतर ही कर्मचारियों ने डायरेक्टर को कई घंटों तक अपने बीच जबरदस्ती बैठा कर रख लिया था.
आपको बता दें कि एचईसी कर्मचारियों के साथ-साथ अफसरों को भी पिछले कई महीनों से वेतन नहीं मिल पाया है. दूसरी तरफ इस संस्थान का मसला लोकसभा में भी उठ चुका है. कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा इस मसले को सदन में उठा चुकी है. वहीं रांची से भाजपा सांसद संजय सेठ भी एचईसी के जीर्णोद्धार को लेकर भारी उद्योग मंत्रालय में अपनी बात रख चुके हैं. लेकिन केंद्र सरकार से अब तक किसी तरह का आश्वासन नहीं मिल पाया है.अपने बकाया वेतन के लिए आक्रोशित मजदूर लगातार एचईसी मुख्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. आंदोलन को स्थानीय नेताओं का भी समर्थन मिल रहा है. इसी को लेकर 23 दिसंबर यानी गुरुवार को खिजरी के कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कर्मचारियों के साथ बैठक कर उनकी मांगों को अंजाम तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया है.मालूम हो कि हैवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन का स्वर्णिम इतिहास रहा है. इसी परिसर में स्मार्ट सिटी और जेएससीए स्टेडियम भी बना है. लेकिन सबकुछ होते हुए भी यहां के कर्मचारियों को वेतन के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.