रांची: 14 जुलाई से श्रावण महीने की शुरुआत हो रही है. जिसे लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. वहीं 18 जुलाई को पहली सोमवारी है. राज्यभर के शिवालयों में श्रद्धालुओं के आगमन को लेकर तैयारी जोरों पर है. इसी के मद्देनजर रांची का प्रसिद्ध शिवालय पहाड़ी मंदिर में प्रबंधन और जिला प्रशासन के द्वारा व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है.
दो साल के बाद श्रद्धालुओं को इस वर्ष मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति मिल जाएगी. पिछले 2 वर्षों से कोरोना के कारण मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति प्रशासन के द्वारा नहीं दी गई थी लेकिन इस वर्ष सभी श्रद्धालुओं अरघा सिस्टम से भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक कर पाएंगे. पहाड़ी मंदिर में अभी से ही श्रद्धालु पूजा करने पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं ने कहा कि जब भी सावन आता है तो शिव भक्तों में बस यही चाहत होती है कि पहाड़ी मंदिर पहुंचकर वह भगवान शिव की पूजा करें.
रांची के पहाड़ी मंदिर में श्रावण महीने को लेकर विशेष इंतजाम, दो साल बाद भक्त करेंगे जलाभिषेक - झारखंड न्यूज
रांची के पहाड़ी मंदिर में श्रावण महीने की तैयारी पूरी कर ली गई है. दो साल बाद श्रावण महीने में भक्त भगवान शिव का जलाभिषेक कर सकेंगे.
रांची: 14 जुलाई से श्रावण महीने की शुरुआत हो रही है. जिसे लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. वहीं 18 जुलाई को पहली सोमवारी है. राज्यभर के शिवालयों में श्रद्धालुओं के आगमन को लेकर तैयारी जोरों पर है. इसी के मद्देनजर रांची का प्रसिद्ध शिवालय पहाड़ी मंदिर में प्रबंधन और जिला प्रशासन के द्वारा व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है.
दो साल के बाद श्रद्धालुओं को इस वर्ष मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति मिल जाएगी. पिछले 2 वर्षों से कोरोना के कारण मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति प्रशासन के द्वारा नहीं दी गई थी लेकिन इस वर्ष सभी श्रद्धालुओं अरघा सिस्टम से भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक कर पाएंगे. पहाड़ी मंदिर में अभी से ही श्रद्धालु पूजा करने पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं ने कहा कि जब भी सावन आता है तो शिव भक्तों में बस यही चाहत होती है कि पहाड़ी मंदिर पहुंचकर वह भगवान शिव की पूजा करें.