रांची: राजधानी के हिंदपीढ़ी में कोरोना पॉजिटिव के सातवें मरीज के रूप में हिंदपीढ़ी के एक मस्जिद कमेटी के सदर संक्रमित पाए गए. मस्जिद कमिटी के सदर के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद हिंदपीढ़ी में सनसनी फैल गई है.
आइसोलेशन वार्ड में भर्ती
सदर को जिला प्रशासन ने रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया है. इसके साथ ही परिवार के अन्य पांच सदस्यों को भी क्वॉरेंटाइन किया गया है. सभी का कोरोना संबंधित जांच के लिए सैंपल भी लिया गया है. इसके अलावा इनके संपर्क में आने वालों को पुलिस-प्रशासन चिह्नित करने में जुट गई है. कोरोना पॉजिटिव पाए गए मस्जिद कमेटी के सदर मलेशाई तब्लीगी जमात के संपर्क में थे.
हिंदपीढ़ी मस्जिद में छिपकर रहने के दौरान पकड़े गए मलेशाई सहित अन्य विदेशी तब्लीगी जमात के लोग उस मस्जिद में भी ठहरे थे, जो हिंदपीढ़ी के कोरोना के आठवें संक्रमित पाए गए हैं. अब पुलिस-प्रशासन के लिए यह चुनौतिपूर्ण हो गया है कि आखिर विदेशी जमात के किस सदस्य के संपर्क में आने से इन्हें संक्रमण हुआ. चूंकि विदेशी जमात में केवल एक महिला संक्रमित मिली थी. अन्य में कोरोना का संक्रमण नहीं हुआ था, जबकि इनका संपर्क केवल पुरुष जमात के सदस्यों से हुआ था.
कोई है जो कैरियर का कर रहा काम
आशंका जताई जा रही है कि अब भी कोई ऐसा संक्रमित व्यक्ति है, जो कोरोना संक्रमण फैलाने में कैरियर के रूप में काम कर रहा है. चूंकि वह अब तक सामने नहीं आया है. कोरोना के आठवें संक्रमित मस्जिद के सदर उसी व्यक्ति से संक्रमित हुए होंगे. उसका ऑरिजिन भले मलेशाई जमात का सदस्य हो या कोई और इन उलझनों के बीच पुलिस ऑरिजिन और संक्रमिततों की गहनता से तलाश कर रही है.
अब हिंदपीढ़ी में सक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा
इस आठवें मरीज के संक्रमित पाए जाने के बाद संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. चूंकि 54 वर्षीय महिला और उसके परिवार के छह सदस्यों को कोरोना संक्रमण होना और फैलने के आशंका सबसे ज्यादा है. इस परिवार के अलावा भी संक्रमित लोगों के कैरियर के रूप में फैलाने के अंदेशा स्वभाविक है. अब आठवां मरीज का मिलना खतरनाक संकेत दे रहा है.
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बड़ी आबादी पर मंडरा रहा खतरा
हिंदपीढ़ी के अलग-अलग ऑरिजिन और संपर्कों के बीच कोरोना पॉजिटिव का पाया जाना एक बड़ी आबादी पर संक्रमण के खतरे का संकेत दे रहा है. चूंकि अब कोरोना पॉजिटिव पाए जाने वालों को ऑरिजिन नहीं मिल पा रहा है. इसके साथ अब पॉजिटिव पाए जाने वालों का संक्रमण पता चलने से पहले कितनों से संपर्क में आ चुके हैं. ऐसे में एक बड़ी आबादी के बीच संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. नाला रोड, कुर्बान चौक और आसपास के करीब 20 हजार की आबादी पर संक्रमण का खतरा बरकरार है. आगे भी संक्रमित मिलते रहे, तो गंभीर स्टेज में बढ़ सकता है.