रांची: झारखंड के सरायकेला से गिरफ्तार एक करोड़ के इनामी माओवादी प्रशांत बोस (Prashant Bose) उर्फ किशन दा (Kishan da) और उनकी पत्नी शीला मरांडी (Shila Marandi) को कड़ी सुरक्षा के बीच रांची लाया गया. दोनों को पुलिस की टीम ने 7 दिनों के रिमांड पर लिया है. अब इन 7 दिनों में झारखंड पुलिस सहित दूसरी सुरक्षा एजेंसियां किशन दा और शीला मरांडी से पूछताछ करेंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि इस दौरान देश में हुए कई बड़े नक्सल कांडों का खुलासा होगा.
रांची में गुप्त स्थान पर पूछताछ
मिली जानकारी के अनुसार प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शिला मरांडी को सोमवार देर शाम ही कड़ी सुरक्षा के बीच सरायकेला से रांची ले आया गया. झारखंड पुलिस, एनआईए, आईबी के साथ-साथ बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश पुलिस भी प्रशांत बोस से पूछताछ कर रही है.
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कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक में प्रशांत बोस होने वाला था शामिल
पुलिस को जानकारी मिली है कि सारंडा में हाल के दिनों में कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक प्रशांत बोस करने वाला था. इस बैठक में राज्य के लगभग सभी बड़े माओवादियों को शामिल होना था. सारंडा में बैठक कर संगठन की आगे की रणनीति तय करने के लिए यह बैठक होनी थी. इस बैठक में शामिल होने के लिए पोलित ब्यूरो सदस्य मिसिर बेसरा ने अपने दो बॉडीगार्ड प्रशांत बोस के पास पारसनाथ भेजे थे. ये दोनों बॉडीगार्ड भी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. इस कोआर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग के सभी एजेंडों पर भी प्रशांत बोस और शिला मरांडी से पूछताछ होगी.
बरामद पेन ड्राइव और एसडी कार्ड अहम
प्रशांत बोस समेत छह माओवादियों की गिरफ्तारी के बाद छानबीन में पुलिस को चार मोबाइल फोन, दो एसडी कार्ड, एक पेन ड्राइव मिला था और जो जानकारी मिल रही है इन सभी उपकरणों में पूरे संगठन का खाका के साथ साथ पूरा ब्लू प्रिंट मौजूद है. संगठन में कौन किस पद पर है, कितने लोग काम कर रहे हैं और कहां काम कर रहे हैं उनके मददगार कौन हैं यह सभी जानकारियां इन उपकरणों में है. पुलिस इन सभी उपकरणों को डिस्प्ले कर माओवादी दंपत्ति के सामने रखेंगे और उसी के आधार पर उनसे पूछताछ होगी.
नियमित हो रही है स्वास्थ्य की जांच
प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी के स्वास्थ्य की जांच भी लगातार की जा रही है. पूछताछ के लिए कई सेशन बनाए गए हैं, एक सेशन में दोनों को अलग-अलग रखकर पूछताछ की जा रही है, जबकि दूसरे सेशन में दोनों को एक साथ रहकर एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. जानकारी भी मिली है कि वैसे आत्मसमर्पण करने वाले माओवादी जो किशन के साथ काम कर चुके हैं उन्हें भी पूछताछ के दौरान बुलाया जा सकता है. माओवादी दंपति से पूछताछ में झारखंड में हुए बड़े राजनीतिक हत्याओं पर से पर्दा उठ सकता है. नक्सलियों के द्वारा झारखंड में जेएमएम सांसद सुनील महतो, विधायक रमेश सिंह मुंडा की हत्या की गई थी. दोनों हत्याओं के रहस्य से पूछताछ के दौरान पर्दा उठ सकता है.