रांची: रांची विश्वविद्यालय सीनेट की बैठक पिछले एक वर्ष से नहीं हुई है. बैठक नहीं होने से कई योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में विश्वविद्यालय प्रशासन को परेशानी हो रही है. हालांकि, नियमित रूप से सिंडिकेट की बैठक हो रही है, लेकिन सिंडिकेट की बैठक में लिए गए निर्णयों का संपुष्टि नहीं हो रहा है.
रांची विश्वविद्यालय सीनेट की बैठक में विद्यार्थी हित में कई विषयों को लेकर चर्चाएं होती हैं. विश्वविद्यालय के योजनाओं को क्रियान्वित करने को लेकर बृहद रूप से विचार विमर्श किया जाता है, लेकिन पिछले 1 वर्ष से रांची विश्वविद्यालय के सीनेट की बैठक नहीं हुई है और इसके कारण योजनाओं को क्रियान्वित करने को लेकर परेशानियां आ रही है. हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन का दावा है कि सिंडिकेट की बैठक में लिए गए निर्णय को अमलीजामा पहनाया जा रहा है.
वहीं, विद्यार्थियों के हित में लिए गए फैसलों पर भी अमल किया जा रहा है. कोरोना वायरस के कारण कई विकट परिस्थिति सामने है और इसी के मद्देनजर सीनेट की बैठक नहीं हो पा रही है. जैसे ही कोविड-19 का रफ्तार कम होगा. सीनेट की बैठक आयोजित की जाएगी. सीनेट की बैठक ऑनलाइन आयोजित नहीं की जा सकती है. इसी वजह से सीनेट की बैठक आमंत्रित नहीं किया जा सका है.
सिंडिकेट की बैठक में लिए गए निर्णयों पर हो रहा है अमल
हालांकि, सिंडिकेट के जरिए कई निर्णय लिए गए हैं. चांसलर पोर्टल के जरिए फिलहाल नामांकन लिए जा रहे हैं. इस दिशा में चांसलर पोर्टल के जरिए फिलहाल नामांकन लिए जा रहे हैं. इस दिशा में विश्वविद्यालय बेहतर करने की कोशिश की है. आने वाले समय में जो योजनाएं धरातल पर नहीं उतारी जा सकी है. उन योजनाओं पर फोकस करते हुए विश्वविद्यालय काम करेगी और सिंडिकेट के जरिए लिए गए निर्णय को धरातल पर उतारेगी.