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झारखंड पुलिस के टारगेट पर इनामी नक्सली, विशेष टीम रणनीति बनाकर कर रही काम

झारखंड पुलिस टीम बनाकर रणनीति के तहत काम कर रही है. झारखंड पुलिस के टारगेट पर इनामी नक्सली हैं. नक्सली आजाद और प्रद्युमन शर्मा से अहम जानकारियां मिली हैं, जिसकी बिनाह पर अलग-अलग नक्सली संगठनों के टॉप 1 से 10 नक्सली कमांडरों को टारगेट कर रही है.

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झारखंड पुलिस
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Published : Aug 21, 2021, 7:43 PM IST

Updated : Aug 21, 2021, 8:05 PM IST

रांचीः पुलिसवाले की पेट मे बम प्लांट करने वाले और 30 पुलिसकर्मियों के हत्या के आरोपी रमेश उर्फ आजाद और माओवादियों के थिंक टैंक में से एक प्रद्युमन शर्मा की गिरफ्तारी के साथ-साथ पिछले महीने 15 लाख के इनामी बुद्धेश्वर और 10 लाख इनामी के इनामी शनिचर सुरीन मुठभेड़ में मार गिराने के बाद झारखंड पुलिस के हौसले बुलंद हैं.

इसे भी पढ़ें- झारखंड पुलिस के रडार पर इनामी नक्सली, टॉप 10 नक्सली कमांडरों की लिस्ट तैयार

झारखंड पुलिस अब नक्सलियों के खिलाफ नई रणनीति के तहत काम कर रही है. पुलिस अब अलग-अलग नक्सली संगठनों के टॉप 1 से 10 नक्सली कमांडरों को टारगेट कर रही है. बड़े नक्सलियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस जबरदस्त सूचना संकलन के काम में लगी हुई है, जिसका फायदा भी उन्हें मिल रहा है.

देखें पूरी खबर



रडार पर इनामी नक्सली
भाकपा माओवादियों और पीएलएफआई के खिलाफ बड़ी सफलता को लेकर झारखंड पुलिस उत्साहित है. सुरक्षाबलों ने 15 जुलाई को गुमला जिला के नक्सल प्रभावित कुरुमगढ़ क्षेत्र के जंगल में भाकपा माओवादी के रीजनल कमांडर 15 लाख इनामी बुद्धेश्वर को मुठभेड़ में मार गिराया. दूसरी तरफ 16 जुलाई की रात खूंटी-चाइबासा जिला के सीमावर्ती क्षेत्र में पीएलएफआई उग्रवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में 10 लाख इनामी शनिचर सुरीन मारा गया.

वहीं 19 जुलाई को झारखंड पुलिस ने रमेश उर्फ आजाद को गिरफ्तार किया, जबकि 20 जुलाई को 25 लाख के इनामी प्रद्युमन शर्मा को भी धर-दबोचा. दो महीने के अंदर राज्य के टॉप नक्सलियों में से दो का एनकाउंटर और दो की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस राज्य के बड़े इनामी नक्सलियों को टारगेट कर पुलिस अभियान चलाने के रणनीति पर काम कर रही है. झारखंड में वर्तमान 143 इनामी नक्सली हैं.

इसे भी पढ़ें- पूरी फिल्मी है इस नक्सली की कहानी, जमीन विवाद ने बनाया हत्यारा, अब संगठन में संभाल रहा था बड़ी जिम्मेदारी

इन इनामी नक्सलियों में चार भाकपा माओवादी संगठन के चार नक्सलियों पर तो एक करोड़ का इनाम है. वर्तमान में झारखंड में दो भाकपा माओवादी पोलित ब्यूरो मेंबर और तीन सेंट्रल कमेटी मेंबर हैं. प्रशांत बोस उर्फ किशन दास उर्फ मनीष और मिसिर बेसरा उर्फ भास्कर पोलित ब्यूरो मेंबर हैं, दोनों पर एक करोड़ का इनाम है. वहीं असीम मंडल, पतिराम मांझी और मिथलेश महतो सेंटल कमेटी मेंबर के तौर पर राज्य में सक्रिय हैं.

राज्य पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी सेंट्रल और पोलित ब्यूरो मेंबर के बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा की गई है. मसलन ये कब-कब जेल गए, जेल जाने के बाद उनका जमानतदार कौन बना, परिवार के लोगों की संपत्ति समेत सभी पहलूओं पर जानकारी जुटायी जा रही है. वहीं माओवादियों के प्रोटेक्शन दस्ते में कौन-कौन हैं, मूवमेंट की क्या स्थित है, इन पहलूओं पर भी पुलिसिया जानकारी जुटायी जा रही है.

भाकपा माओवादियों में सेंट्रल कमेटी मेंबर के अलावा सरायकेला-खरसांवा, चाईबासा और रांची ट्राइजंक्शन पर सक्रिय महाराज प्रमाणिक, अमित मुंडा, लातेहार-लोहरदगा में सक्रिय और बूढ़ापहाड़ के इलाके में कैंप कर रहा रवींद्र गंझू, नवीन यादव जैसे माओवादियों के अलावे खूंटी में सक्रिय पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप, टीपीसी सरगना ब्रजेश गंझू, टीपीसी के मुकेश गंझू, भीखन गंझू, आक्रमण उर्फ रविंद्र जैसे उग्रवादियों की सक्रियता पर भी पुलिस की नजर है. अलग-अलग जिलों में सक्रिय इन उग्रवादियों की गतिविधि को लेकर पुलिस ने रणनीति बनायी गई है.



आजाद से मिली अहम जानकारियां
नक्सली आजाद ने भाकपा माओवादी संगठन के संबंध में अहम जानकारियां दी है. आजाद ने बताया है कि जेल से छूटने के बाद प्रमोद मिश्रा केंद्रीय कमिटी सदस्य के तौर पर सक्रिय है, वो औरंगाबाद में रह रहे हैं. वहीं सैक सदस्य संदीप यादव गया इमामगंज, बालूमाथ का मनोहर गंझू, मध्य जोन सचिव मुराद जी, रीजनल कमांडर अजीत उरांव, अभ्यास भुईंया, विवेक यादव, लालदीप गंझू, मंदीप यादव (संदीप यादव का बॉडीगार्ड जो अपने साथ रॉकेट लॉचर रखता है), सूबेदार यादव, अखिलेश गंझू, रंजीत गंझू, गोरा यादव, महेश भूईंया, संतोष भूईंया, रीता भोक्ता, सोनू पासवान, विकास पासवान, ममता गंझू, बविता, कविता, गोरी भोक्ता, ललिया भूईंया, अनिता परहिया उसकी सहयोगी रही हैं.

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ये इनामी है टारगेट पर

इसे भी पढ़ें- BSF की नौकरी छोड़ प्रद्युमन बना नक्सली, सरकार ने रखा था 25 लाख का इनाम, अब पहुंचा सलाखों के पीछे



विशेष टीम रणनीति बनाकर कार्रवाई में जुटी
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आईजी अभियान अमोल वी होमकर ने बताया कि मिली सूचना के आधार पर नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है. झारखंड पुलिस के सभी विंग एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं, इसी वजह से सफलताएं भी हासिल हो रही है. जो बड़े नक्सली गिरफ्तार हुए हैं उनसे जो जानकारी मिल रही है, उसका भी सत्यापन किया जा रहा है. इंटेलिजेंस से लगातार जो भी रिपोर्ट मिल रहा है उसपर आगे की करवाई की जा रही है.

रांचीः पुलिसवाले की पेट मे बम प्लांट करने वाले और 30 पुलिसकर्मियों के हत्या के आरोपी रमेश उर्फ आजाद और माओवादियों के थिंक टैंक में से एक प्रद्युमन शर्मा की गिरफ्तारी के साथ-साथ पिछले महीने 15 लाख के इनामी बुद्धेश्वर और 10 लाख इनामी के इनामी शनिचर सुरीन मुठभेड़ में मार गिराने के बाद झारखंड पुलिस के हौसले बुलंद हैं.

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झारखंड पुलिस अब नक्सलियों के खिलाफ नई रणनीति के तहत काम कर रही है. पुलिस अब अलग-अलग नक्सली संगठनों के टॉप 1 से 10 नक्सली कमांडरों को टारगेट कर रही है. बड़े नक्सलियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस जबरदस्त सूचना संकलन के काम में लगी हुई है, जिसका फायदा भी उन्हें मिल रहा है.

देखें पूरी खबर



रडार पर इनामी नक्सली
भाकपा माओवादियों और पीएलएफआई के खिलाफ बड़ी सफलता को लेकर झारखंड पुलिस उत्साहित है. सुरक्षाबलों ने 15 जुलाई को गुमला जिला के नक्सल प्रभावित कुरुमगढ़ क्षेत्र के जंगल में भाकपा माओवादी के रीजनल कमांडर 15 लाख इनामी बुद्धेश्वर को मुठभेड़ में मार गिराया. दूसरी तरफ 16 जुलाई की रात खूंटी-चाइबासा जिला के सीमावर्ती क्षेत्र में पीएलएफआई उग्रवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में 10 लाख इनामी शनिचर सुरीन मारा गया.

वहीं 19 जुलाई को झारखंड पुलिस ने रमेश उर्फ आजाद को गिरफ्तार किया, जबकि 20 जुलाई को 25 लाख के इनामी प्रद्युमन शर्मा को भी धर-दबोचा. दो महीने के अंदर राज्य के टॉप नक्सलियों में से दो का एनकाउंटर और दो की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस राज्य के बड़े इनामी नक्सलियों को टारगेट कर पुलिस अभियान चलाने के रणनीति पर काम कर रही है. झारखंड में वर्तमान 143 इनामी नक्सली हैं.

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इन इनामी नक्सलियों में चार भाकपा माओवादी संगठन के चार नक्सलियों पर तो एक करोड़ का इनाम है. वर्तमान में झारखंड में दो भाकपा माओवादी पोलित ब्यूरो मेंबर और तीन सेंट्रल कमेटी मेंबर हैं. प्रशांत बोस उर्फ किशन दास उर्फ मनीष और मिसिर बेसरा उर्फ भास्कर पोलित ब्यूरो मेंबर हैं, दोनों पर एक करोड़ का इनाम है. वहीं असीम मंडल, पतिराम मांझी और मिथलेश महतो सेंटल कमेटी मेंबर के तौर पर राज्य में सक्रिय हैं.

राज्य पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी सेंट्रल और पोलित ब्यूरो मेंबर के बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा की गई है. मसलन ये कब-कब जेल गए, जेल जाने के बाद उनका जमानतदार कौन बना, परिवार के लोगों की संपत्ति समेत सभी पहलूओं पर जानकारी जुटायी जा रही है. वहीं माओवादियों के प्रोटेक्शन दस्ते में कौन-कौन हैं, मूवमेंट की क्या स्थित है, इन पहलूओं पर भी पुलिसिया जानकारी जुटायी जा रही है.

भाकपा माओवादियों में सेंट्रल कमेटी मेंबर के अलावा सरायकेला-खरसांवा, चाईबासा और रांची ट्राइजंक्शन पर सक्रिय महाराज प्रमाणिक, अमित मुंडा, लातेहार-लोहरदगा में सक्रिय और बूढ़ापहाड़ के इलाके में कैंप कर रहा रवींद्र गंझू, नवीन यादव जैसे माओवादियों के अलावे खूंटी में सक्रिय पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप, टीपीसी सरगना ब्रजेश गंझू, टीपीसी के मुकेश गंझू, भीखन गंझू, आक्रमण उर्फ रविंद्र जैसे उग्रवादियों की सक्रियता पर भी पुलिस की नजर है. अलग-अलग जिलों में सक्रिय इन उग्रवादियों की गतिविधि को लेकर पुलिस ने रणनीति बनायी गई है.



आजाद से मिली अहम जानकारियां
नक्सली आजाद ने भाकपा माओवादी संगठन के संबंध में अहम जानकारियां दी है. आजाद ने बताया है कि जेल से छूटने के बाद प्रमोद मिश्रा केंद्रीय कमिटी सदस्य के तौर पर सक्रिय है, वो औरंगाबाद में रह रहे हैं. वहीं सैक सदस्य संदीप यादव गया इमामगंज, बालूमाथ का मनोहर गंझू, मध्य जोन सचिव मुराद जी, रीजनल कमांडर अजीत उरांव, अभ्यास भुईंया, विवेक यादव, लालदीप गंझू, मंदीप यादव (संदीप यादव का बॉडीगार्ड जो अपने साथ रॉकेट लॉचर रखता है), सूबेदार यादव, अखिलेश गंझू, रंजीत गंझू, गोरा यादव, महेश भूईंया, संतोष भूईंया, रीता भोक्ता, सोनू पासवान, विकास पासवान, ममता गंझू, बविता, कविता, गोरी भोक्ता, ललिया भूईंया, अनिता परहिया उसकी सहयोगी रही हैं.

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ये इनामी है टारगेट पर

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विशेष टीम रणनीति बनाकर कार्रवाई में जुटी
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आईजी अभियान अमोल वी होमकर ने बताया कि मिली सूचना के आधार पर नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है. झारखंड पुलिस के सभी विंग एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं, इसी वजह से सफलताएं भी हासिल हो रही है. जो बड़े नक्सली गिरफ्तार हुए हैं उनसे जो जानकारी मिल रही है, उसका भी सत्यापन किया जा रहा है. इंटेलिजेंस से लगातार जो भी रिपोर्ट मिल रहा है उसपर आगे की करवाई की जा रही है.

Last Updated : Aug 21, 2021, 8:05 PM IST

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