रांची: राज्यभर के कुख्यात फरार अपराधियों के खिलाफ सरकार इनाम घोषित करेगी. राज्य सरकार के द्वारा इनाम घोषित किया जा सके, इसके लिए सीआईडी मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी और जोनल डीआईजी से पत्राचार किया है.
आदेश में क्या है?
सभी जिलों के एसपी को आदेश दिया गया है कि वह जिलों के वैसे अपराधियों को चिन्हित करें, जो फरार रहकर लगातार आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हैं. जिलों के एसपी से वैसे अपराधियों की लिस्ट मांगी गई है, ताकि उनके ऊपर इनाम घोषित किए जाने की कार्रवाई की जा सके. राज्यभर के फरार सक्रिय अपराधियों की लिस्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सीआईडी के आईजी संगठित अपराध रंजीत प्रसाद को दी गई है.
अपराधियों पर घोषित होगा इनाम
सीआईडी मुख्यालय के द्वारा जिलों के एसपी को आदेश दिया गया है कि जिलों में सक्रिय आपराधिक गिरोह की समीक्षा करें. समीक्षा के बाद जिलों के एसपी के द्वारा कोर्ट से अपराधियों को फरार घोषित करने की कार्रवाई करने के साथ-साथ धारा-82 और 83 के तहत इश्तेहार व कुर्की की कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद ही फरार रहने वाले अपराधी पर उसकी गतिविधि के अनुसार इनाम घोषित किया जाएगा.
सरकार को भेजा जाएगा प्रस्ताव
जिलों से फरार अपराधियों की सूची मिलने के बाद सीआईडी मुख्यालय पूरी सूची को पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध कराएगी. पुलिस मुख्यालय के द्वारा इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेजा जाएगा. राज्य सरकार नई नीति के तहत अपराधियों पर इनाम घोषित करने की कार्रवाई करेगी.
कई पर इनाम का प्रस्ताव हुआ था तैयार
सीआईडी मुख्यालय ने साल 2018 में भी कुख्यात अमन श्रीवास्तव समेत 80 से अधिक अपराधियों की सूची तैयार की थी. इस सूची को इनाम घोषित करने के लिए भेजा गया था, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण अपराधियों पर इनाम घोषित नहीं हो सका था, लेकिन राज्य सरकार के द्वारा नई इनाम नीति लागू किए जाने के बाद अब नए सिरे से अपराधियों पर इनाम घोषित करने की कार्रवाई शुरू हुई है.
क्यों पड़ी जरूरत?
सीआईडी मुख्यालय के पत्र में जिक्र है कि फरार अपराधकर्मी अपने सहयोगियों के साथ गंभीर प्रवृति के अपराध कर रहे हैं. ऐसे में आमलोगों के बीच भय का माहौल बन रहा है. अपराधियों के कारण विधि व्यवस्था की समस्या भी उत्पन हो रही है. वर्तमान में राज्य सरकार के द्वारा 189 उग्रवादियों पर इनाम घोषित है.